राकेश चंदेल/बिलासपुर। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हिमाचल प्रदेश जिला बिलासपुर इकाई की वर्चुअल बैठक जिला प्रधान रमेश शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में महासचिव रणजीत सिंह ठाकुर, मुख्य संरक्षक असुनील शर्मा, वरिष्ठ उप प्रधान बाबूलाल भारद्वाज, कोषाध्यक्ष सुशील कुमार, महालेखाकार बलबीर ठाकुर, सहसचिव राजकुमार, मुख्य सलाहकार चंद्रशेखर, उप प्रधान नरेश शर्मा समेत सभी छह शिक्षा खंडों के प्रधान और कार्यकारिणी सदस्य मौजूद रहे।
बैठक में 43 दिन तक निदेशालय शिक्षा के बाहर चले प्राथमिक शिक्षक संघ के आंदोलन के उपरांत 7 जून को शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में हुई बैठक के निर्णयों से विभाग के पीछे हटने पर निंदा प्रस्ताव पारित किया गया।संघ पदाधिकारियों ने कहा कि आंदोलन जिन शर्तों पर समाप्त किया गया था, शिक्षा विभाग अब उनसे पीछे हट रहा है। निलंबित शिक्षकों का निलंबन बिना शर्त वापस लेने और आंदोलन के दौरान दर्ज हुई एफआईआर (FIR) रद्द करने का आश्वासन आज तक पूरा नहीं हुआ।
वहीं अंडर-12 खेलों को राज्य स्तर तक शुरू करने पर सहमति बनने के बावजूद केवल अंडर-14 और अंडर-19 प्रतियोगिताएं ही प्रारंभ की गईं।
बैठक में हाल ही में शिक्षा सचिव द्वारा प्राथमिक स्कूलों का प्रशासनिक नियंत्रण प्रिंसिपल को सौंपने की बात का भी कड़ा विरोध किया गया। संघ ने स्पष्ट किया कि किसी भी स्थिति में क्लस्टर प्रणाली से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि ऐसा हुआ तो मामला मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के समक्ष उठाया जाएगा और संघ आंदोलन करने को बाध्य होगा।
संघ ने मांग की कि रिसोर्स शेयरिंग के उद्देश्य से बनी क्लस्टर प्रणाली को उसी तक सीमित रखा जाए। खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी, केंद्रीय मुख्य शिक्षक और मुख्य शिक्षकों के कार्यक्षेत्र में कटौती किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं होगी।बैठक में विशेष रूप से राज्य सचिव राकेश पटियाल, राष्ट्रीय पार्षद बांके बिहारी चंदेल, नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के उपाध्यक्ष संजीव शर्मा सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।