शिमला। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला ने टेट TET की फीस में बढ़ोतरी की है। फीस अब दोगुनी कर दी गई है। बोर्ड की अधिसूचना के अनुसार सामान्य वर्ग के लिए अब 1600, ओबीसी, एससी और एसटी व दिव्यांग छात्रों के लिए 1000 रुपए लगेगी।
वहीं, लेट फीस 600 रुपए होगी। पहले फीस 800 और 500 रुपए थी। लेट फीस 300 रुपए थी। वहीं, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा टेट फीस बढ़ाने पर एसएफआई (SFI) भड़क गई है। SFI ने फीस बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर फीस बढ़ोतरी वापस नहीं ली गई तो आंदोलन होगा।
एसएफआई के राज्य अध्यक्ष अनिल ठाकुर और राज्य सचिव दिनित देंटा ने कहा कि जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई तब से लेकर सरकार का रवैया शिक्षा के क्षेत्र के प्रति उदासीन और नकारात्मक रहा है।
अब हाल ही में टेट (TET) की फीस दोगुनी करके सरकार अपनी नीतियों से परेशान, हताश, निराश, बेरोजगार छात्रों से पैसा वसूलने का काम कर रही है, जोकि साफतौर पर सरकार के छात्रों के प्रति नकारात्मक उदासीन रुख को दर्शाता है।
यह हवाला देकर फीस वृद्धि को जायज ठहराने की कोशिश कर रही है कि आज के समय में कागज से लेकर, स्टेशनरी, ईंधन, यातायात लागत बढ़ गई हैं, जोकि बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं है। क्योंकि छात्र अपने आप में आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होता है।
वह खुद अपने अभिभावकों पर आश्रित होता है। TET से पहले छात्र को बीएड की भारी भरकम फीस अदा करनी पड़ती है। इसमें कई छात्रों को एजुकेशन लोन तक लेकर पढ़ाई करनी पड़ती है। ऐसे में सरकार को जहां फीस कम करनी चाहिए थी, वहां सरकार ने उसको 800 से 1600 और 500 से 1000 कर दिया, जोकि बिलकुल असहनीय है।
एसएफआई ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर TET फीस में की गई फीस वृद्धि के इस निर्णय को वापस नहीं लिया गया तो आने वाले समय में एसएफआई प्रदेश के छात्र समुदाय को लामबंद करते हुए प्रदेश में आंदोलन करेगी।