शिमला। हिमाचल में अब स्कूलों के प्रशासनिक प्रमुख भी छात्रों को पढ़ाएंगे। प्राथमिक स्कूलों में सीएचटी (CHT) व हेड टीचर और अन्य स्कूलों में प्रिंसिपल और हेड मास्टर को कम से कम एक कक्षा को अपना संबंधित विषय पढ़ाना होगा।
हिमाचल कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया है। हिमाचल कैबिनेट की बैठक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में हुई।
हिमाचल कैबिनेट की बैठक में शिक्षा विभाग को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। बैठक में शिक्षा विभाग को लेकर विस्तृत प्रस्तुति दी गई। इसमें स्कूलों में छात्रों की कम होती संख्या, टीचर भर्ती और तबादलों को लेकर चर्चा हुई।
प्रस्तुति में बताया गया कि बीच सत्र शिक्षकों के तबादले के चलते छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ता है। ऐसे में कैबिनेट ने निर्णय लिया है कि अब तबादले शैक्षणिक सत्र के समापन पर केवल एक बार हो सकेंगे।
वहीं, प्राथमिक स्कूलों में अब सीएचटी व हेट टीचर और अन्य स्कूलों में प्रिंसिपल व हेड मास्टर को भी क्लास लेनी होगी। यानी सीएचटी, हेड मास्टर और प्रिंसिपल भी अपना विषय पढ़ाएंगे। इनको कम से कम एक क्लास को पढ़ाना होगा।
कैबिनेट ने 2 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सरकारी प्राथमिक विद्यालयों और 3 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सरकारी माध्यमिक विद्यालयों को विलय करने की मंजूरी दे दी है, यदि उनमें पांच या उससे कम छात्र हैं। इसके अलावा शून्य नामांकन वाले 89 सरकारी प्राथमिक विद्यालयों और 10 माध्यमिक विद्यालयों को बंद कर दिया जाएगा।
ऐसे ही मिडल स्कूल भी मर्ज होंगे। कैबिनेट में फैसला लिया गया कि जेबीटी नियुक्ति पर बिना टीचर के 322 स्कूलों को प्राथमिकता दी जाएगी। यानी इन स्कूलों में जेबीटी की तैनाती होगी।