ऋषि महाजन/नूरपुर। कृषि व पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने सोमवार को जवाली विश्राम गृह में कृषि विभाग के अधिकारियों व वैज्ञानिकों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि किसानों को लाभान्वित करने के लिए अधिकारी फील्ड में जाकर किसानों की समस्याएं सुनें और उनका निराकरण करने के लिए हर सम्भव प्रयास करें।
उन्होंने मक्की की फसल पर फॉल आर्मी वर्म कीड़े के प्रति किसानों को इसकी रोकथाम के उपायों के बारे में जागरूक करने के लिए अधिकारियों को फील्ड स्तर पर जागरूकता शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस बीमारी की रोकथाम के लिए किसान कोरोजन दवाई का स्प्रे कर सकते हैं। किसान इस दवाई को कृषि विक्रय केंद्रों पर अनुदानित दरों पर खरीद सकते हैं।
चन्द्र कुमार ने कहा कि खेती के ढांचे में व्यापक बदलाव के लिए सरकार प्रयत्नशील है। उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई सुविधा को सुदृढ़ करने के लिए सौर सिंचाई योजना के अंतर्गत 127 किसानों को सौर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। इसके अलावा सिंचाई के लिए कम्युनिटी स्तर पर 6 जल संग्रहण टैंक बनाये गए हैं।
जाइका ज्वाली खण्ड परियोजना प्रबंधन इकाई के अंतर्गत लगभग 17 करोड़ रुपए की 19 सिंचाई उप परियोजनाएं बनाई जाएंगी, जिसमें से 17 उप परियोजनाओं की डीपीआर बनकर तैयार हो चुकी है और इनमें तीन परियोजनाओं पर काम शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि इन परियोजनाओं से क्षेत्र के 1650 किसान परिवारों की 750 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कृषि को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार अनेक योजनाएं कार्यान्वित कर रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सरकार की योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहें।
चंद्र कुमार ने कहा कि कांगड़ा जिला में 52 हजार हेक्टेयर भूमि पर मक्की की बिजाई की गई है। शुरुवाती दिनों में मक्की की अच्छी फसल थी लेकिन इन दिनों मक्की के पौधों पर फॉल आर्मी वर्म कीड़े का अटैक देखने को मिल रहा है।
स्थिति का जायजा लेने के लिए कृषि मंत्री ने बैठक के बाद स्वयं अधिकारियों व वैज्ञानिकों संग ज्वाली विधानसभा के खरोटा क्षेत्र में फॉल आर्मी वर्म कीड़े की चपेट में आई मक्की की फसल का निरीक्षण किया। कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने मौके पर किसानों को इस कीड़े पर नियंत्रण पाने बारे जानकारी दी।
कृषि मंत्री ने अधिकारियों को ऑल इंडिया रेडियो पर कृषि कार्यक्रम में व संगोठियों के द्वारा भी किसानों को जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अभी इस कीड़े का प्रकोप मक्की तथा धान पर देखने को मिल रहा है। उन्होंने अधिकारियों को एहतियाती उपाय उठाने के लिए कहा ताकि खरीफ की बाकी फसलों को इस कीड़े के प्रकोप से बचाया जा सके।
कृषि मंत्री ने फील्ड के अधिकारियों को निरंतर फसलों की निगरानी करने के निर्देश भी दिए ताकि किसानों को खेतीबाड़ी बारे समय-समय पर जरूरी मार्गदर्शन मिल सकें ।
इस अवसर पर उपनिदेशक कृषि डॉ राहुल कटोच,कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के वैज्ञानिक डॉ एडी बिंद्रा,डॉ विनोद कुमार शर्मा, डॉ सुमन कुमार, डॉ सुखदेव शर्मा,जाइका के डायरेक्टर डॉक्टर सुनील चौहान,आत्मा प्रोजेक्ट के डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ विशाखा,डॉ सुशील,राज्य जैव नियंत्रण प्रयोगशाला के अधिकारी, एसएमएस तथा एडीओ उपस्थित रहे।