शिमला। हिमाचल में मानसून सीजन में एक जून से अब तक सामान्य से 35 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। सभी जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। जुलाई माह की बात करें तो अब तक मंडी और कांगड़ा जिला में सामान्य बारिश रिकॉर्ड की है।
बाकी जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। जुलाई माह में 27 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की है। मौसम वैज्ञानिकों का दावा है कि आगे बारिश की संभावना है ऐसे में बारिश की कमी पूरी हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के वैज्ञानिक संदीप कुमार ने बताया कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई है। कांगड़ा के घमरूर में भारी बारिश हुई है। घमरूर में 96.0 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की है। शिमला के जुब्बड़हट्टी के आसपास 63.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की है। कुफरी और सोलन में 40 एमएम बारिश हुई है।
चुवाड़ी में 57.7, नादौन में 56.5, धौलाकुआं में 51.0, शिलारू में 50.9, जोगिंदरनगर में 50.0, धर्मशाला में 48.8 व देहरा गोपीपुर में 47.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। किन्नौर और शिमला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है।
मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार ने बताया कि 29 जुलाई से 2 अगस्त तक प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। चंबा, कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सिरमौर, सोलन और शिमला में एक दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
31 जुलाई और एक अगस्त को बारिश का सिलसिला तेज होगा। सिरमौर, कांगड़ा और मंडी में भारी से भारी बारिश भी हो सकती है। 31 जुलाई और एक अगस्त को ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
प्रदेश में बारिश से अब तक 45 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप है। शिमला, मंडी, चंबा व लाहौल-स्पीति जिले में 215 बिजली ट्रांसफार्मर भी बाधित हैं।