कुल्लू। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला की मणिकर्ण घाटी के तोष में बादल फटने से भारी तबाही मची है। बादल फटने के कारण आई बाढ़ का पानी कई घरों में घुस गया बाढ़ में एक पुल बह गया। पानी देखकर लोग घबरा गए और यहां-वहां भागकर जान बचाई। फिलहाल तोष का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। इलाके के लोग काफी सहमे हुए हैं।
बाढ़ में तीन अस्थाई शेड बह गए साथ ही शराब का ठेका भी बह गया। हालांकि, गनीमत रही कि जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। वहीं, मणिकर्ण के साथ लगते ब्रह्म गंगा नाले में भी देर रात बाढ़ आई जिसके चलते एक कैंपिंग साइट को नुकसान हुआ है।
उधर, सोलंग घाटी के पलचान से सटे सरेही नाला का जलस्तर भी बढ़ा गया है। नाले का पानी सड़क से बहने लगा। इस वजह से मनाली-लेह मार्ग यातायात के लिए फिर बंद हो गया। हालांकि, कुछ समय बाद मार्ग बहाल कर दिया गया।
प्रशासन ने राजस्व विभाग की टीम को मौके पर नुकसान का आंकलन करने के लिए भेज दिया है। डीसी कुल्लू तोरुल एस रवीश ने बताया कि बाढ़ के कारण एक मकान को भी आंशिक रूप में नुकसान पहुंचा है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने घटना को लेकर कहा, "कुल्लू ज़िले की मणिकर्ण घाटी के तोष गांव में बादल फटने के चलते आई बाढ़ की दुखद खबर मिली। मैंने स्थानीय प्रशासन से सम्पर्क कर उन्हें राहत एवं बचाव कार्य के लिये आवश्यक निर्देश दिए हैं।
प्रदेश में तमाम जगहों पर भारी बारिश के चलते हो रही है ऐसी घटनाओं पर हमारी नजर है और प्रशासन राहत कार्यों के लिए हर जरूरी कदम उठा रहा है। प्रदेश के नागरिकों एवं सैलानियों से मेरा अनुरोध है कि वे सावधानी बरतें एवं नदी-नालों के पास जाने से बचें।"