शिमला। राजधानी शिमला में गुरुवार को CPIM ने हिमाचल के हितों के मुद्दों को लेकर प्रदेश व केंद्र सरकार की विभिन्न जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया।
CPIM के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने शिमला के पंचायत भवन से चौड़ा मैदान तक रैली निकाली और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रैली के पश्चात चौड़ा मैदान में जनसभा का आयोजन किया गया जहां पार्टी के प्रदेश व केंद्रीय नेताओ ने जनसभा को संबोधित किया।
सीपीआईएम की राष्ट्रीय नेता व पूर्व सांसद सुभाषिनी अली ने भाजपा और कांग्रेस को आढ़े हाथ लेते हुए कहा कि भाजपा जहां हिमाचल प्रदेश में सांप्रदायिकता को बढ़ा रही है वहीं कांग्रेस सरकार भी मजदूर और जन विरोधी नीतियों को बदलने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रही।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जनहित के मुद्दों को उठाने के लिए माकपा को तीसरी शक्ति के रूप में उभारने की जरूरत है और पार्टी के राज्य स्तरीय अधिवेशन में आगामी 3 वर्षों के लिए रूपरेखा तैयार की जाएगी।
सुभाषिनी अली ने संसद में अदानी के मुद्दे को लेकर भी केंद्र सरकार से जवाब देही मांगी है। उन्होंने कहा कि संसद को चलाने की जिम्मेदारी सरकार की होती है और संसद में जनहित से जुड़े मुद्दे विपक्ष उठाता रहेगा।
लेकिन सरकार की जिम्मेदारी है कि वह ऐसे मुद्दों पर अपना पक्ष सामने रखे। उन्होंने कहा कि अडानी देश के बहुत बड़े व्यापारी है और अमेरिका में इन पर मुकदमा कायम किया जाता है तो केंद्र सरकार को जरूर इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।