हरिपुर युवती मामला : फिर पुलिस कस्टडी में आरोपी युवक, कब्जे में ली कार
ewn24news choice of himachal 11 Mar,2024 5:09 pm
पुलिस ने अब पहले मामले की शुरू की जांच
हरिपुर। देहरा की हरिपुर तहसील की पंचायत झकलेड़ के गांव छब्बड़ में 19 साल की युवती से दुराचार और आत्महत्या मामले में बड़ी अपडेट है। हरिपुर पुलिस ने आरोपी युवक फिर अपनी कस्टडी में लिया है। पुलिस ने अब आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले से पहले दर्ज 376 के मामले में जांच शुरू की है।
इसके चलते युवक को कस्टडी में लिया गया है। पुलिस ने युवक की कार को भी कब्जे में लिया है। इस कार में आरोपी युवक युवती को घुमाता था। साथ ही जहां-जहां आरोपी युवक, युवती को लेकर गया, उस जगह की भी निशानदेही करवाई है।
बता दें कि पूरा मामला 19 साल की युवती और 29 साल के युवक के प्रेम से शुरू हुआ। 31 जनवरी के आसपास युवती अचानक लापता हो जाती है। परिजनों के ढूंढने के बावजूद नहीं मिली तो परिजनों ने एक फरवरी को पुलिस स्टेशन हरिपुर में गुमशुदगी की शिकायत की, लेकिन उसी दिन परिजनों ने युवती को ढूंढ भी लिया।
युवती की माता ने उक्त युवक पर बेटी के शारीरिक शोषण का आरोप लगाया और शिकायत पुलिस स्टेशन हरिपुर में दी।
शिकायत मिलने के बाद हरिपुर पुलिस ने युवती का मेडिकल करवाकर 376 आदि धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। इससे पहले कि पुलिस मामले में आगे बढ़ पाती दो फरवरी को केस में नया मोड़ आ गया। आरोपी युवक ने युवती से शादी करने को हामी भर दी।
शादी का कोई प्रोपर तरीका नहीं अपनाया गया, बल्कि नोटरी हस्ताक्षर एफेडेविट बनाया गया। युवक के माता पिता ने कोई अच्छा मुहूर्त देखकर शादी करवाने की बात कही।
इसके बाद युवती के देहरा कोर्ट में बयान हुए। युवती ने बयान में कहा कि युवक ने उसके साथ शादी का फैसला लिया है। अब वह केस वापस लेना चाहते हैं। युवती के बयान के बाद केस बंद हो गया और युवक पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार भी हट गई।
सबको ऐसा लगा कि मियां बीबी राजी हो गए, अब सब ठीक हो गया। लेकिन यह किसी को पता नहीं था कि युवती की परेशानियां दूर नहीं हुई हैं। युवक के माता-पिता ने युवती को बहू के रूप में अपनाने से मना कर दिया।
शादी के बाद भी युवती मायके से विदा न हो सकी और मायके में रही। कुछ दिन बाद युवक शायद किसी दबाव में युवती को मायके से ले गया और अपनी बुआ के घर रहने लगे।
एक दिन युवक बुआ के घर से अचानक गायब हो गया और युवती वहीं पर रही। इसके बाद युवक की दादी और अन्य रिश्तेदार युवती को मायके छोड़ गए। युवती घर में नहीं छोड़ी, बल्कि बाहर छोड़कर चले गए।
इसके बाद से युवक, युवती का फोन तक नहीं उठा रहा था। न ही उसका कोई अता पता चल रहा था कि कहां है। युवती परेशान हो गई। 19 फरवरी के आसपास परेशान युवती धर्मशाला में एसपी शालिनी अग्निहोत्री के समक्ष पेश हो गई।
युवती ने एसपी को बताया कि युवक कुछ से कहीं लापता है और उसका फोन तक नहीं उठा रहा है। युवक के परिजन भी कुछ नहीं बता रहे हैं। वह बहुत परेशान है और समझ नहीं आ रहा है कि वह क्या करे। मेरी मदद करें।
युवती ने एसपी को एफेडेविट भी दिखाया, लेकिन मात्र उस एफेडेविट को शादी का वैद्य दस्तावेज नहीं माना जा सकता है। एसपी ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत युवती के बयान कोर्ट में दर्ज करवाने का फैसला लिया और इसके बाद आगामी कार्रवाई होनी थी। पर किसी कारणवश बयान करवाने में कुछ देरी हो गई।
इसके बाद युवती का एक-एक दिन भारी गुजरने लगा। युवक का कोई अता पता नहीं था। शायद युवती को भी आभास हो चुका होगा कि उसके साथ धोखा हुआ है। शादी का मात्र ड्रामा था। युवती की हिम्मत टूटी और उसे जीवन में अंधेरा दिखा।
23 फरवरी, 2024 की सुबह छब्बड़ की यह बेटी उठी तो जरूर, लेकिन दोबारा कभी न उठ पाने के लिए सो गई। सुबह करीब आठ बजे युवती ने मायके में कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने युवक, उसके माता-पिता सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया। पहले युवक और फिर मां आदि को गिरफ्तार किया गया। मां को तो जमानत मिल गई थी, लेकिन युवक न्यायिक हिरासत में था। इसी बीच पुलिस ने पहले दर्ज धारा 376 का मामला भी रिओपन कर दिया।
अब इस मामले में जांच शुरू कर दी है। दो तीन पहले युवक को कोर्ट में पेश कर धारा 376 के मामले में पुलिस कस्टडी मांगी थी। कोर्ट से कस्टडी मिलने के बाद पुलिस ने युवक को फिर गिरफ्तार कर लिया। आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला अभी कोर्ट में चल रहा है।