मंडी : रिटायर होने के बाद नहीं थी पेंशन, दुनी चंद ने न हारी हिम्मत, भरण-पोषण का ढूंढा जरिया
ewn24news choice of himachal 05 Nov,2023 1:34 pm
मसेरन के दुनी चंद ने खेती से कमाई आय
मंडी। रिटायर होने के बाद पेंशन नहीं थी। रिटायरमेंट के बाद भरण-पोषण की चिंता। पर हिमाचल के जिला मंडी के पधर उपमंडल के गांव मसेरन के दुनी चंद ने हिम्मत नहीं हारी और न केवल भरण भोषण का जरिया ढूंढा बल्कि अच्छी आय भी कमाई।
ऐसी जमीन पर जिस पर खेती करने से कोई कमाई नहीं हो रही थी, से एक साल में ही 3 लाख रुपये से अधिक की कमाई कर ली। यही नहीं खेतों में काम करने के लिए उन्होंने पांच लोगों को रोजगार भी दिया।
बता दें कि हिंदुस्तान साल्ट लिमिटेड से 2020 में सेवानिवृत होने के बाद पेंशन न होने के कारण जब मसेरन के दुनी चंद के पास परिवार के भरण-पोषण का कोई जरिया न रहा तो वह खेती करके आय का स्रोत ढूंढने लगे। परन्तु बंदरों, आवारा पशुओं और जंगली जानवरों द्वारा फसल को नुकसान पहुंचाने के कारण इसमें सफल नहीं हो पाए।
ऐसी मायूसी में जब उन्हें एक किसान जागरूकता शिविर में कृषि विभाग द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिली तो उन्होंने खेतों की बाड़बंदी के लिए कृषि विभाग के पास आवेदन किया। उनका आवेदन स्वीकार होने पर मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना से उनकी 4 बीघा जमीन की बाड़बंदी हो गई।
इसके उपरांत खेती का कार्य शुरू करने पर उन्होंने पक्षियों और ओलों से फसल को बचाने के लिए कृषि उत्पादन संरक्षण योजना से एंटी हेलनेट लगवाया और बेमौसमी सब्जी उत्पादन के लिए पॉलीहाउस भी लगवा लिया।
दुनी चंद ने कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से ऐसी जमीन पर जिस पर खेती करने से कोई कमाई नहीं हो रही थी, से एक साल में ही 3 लाख रुपये से अधिक की कमाई कर ली।
उन्होंने पॉलीहाउस में विभिन्न बेमौसमी, एंटी हेलनेट में मौसमी सब्जियां तथा खेतों में गेहूं, कोदरा, माह और मक्की की खेती की। खेतों में काम करने के लिए उन्होंने पांच लोगों को रोजगार भी दिया।
दुनी चंद ने बताया कि वह कृषि विभाग से मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना, मुख्यमंत्री नूतन पॉलीहाउस योजना और कृषि उत्पादन संरक्षण योजना का लाभ लेकर खेती कर रहे है। इससे पहले खेती से कोई आय नहीं हो रही थी, लेकिन कृषि विभाग की योजनाएं उनके लिए वरदान साबित हुई हैं।
वर्तमान में उन्होंने पॉलीहाउस में टमाटर, खीरा और शिमला मिर्च लगाई हुई है। नेट के अंदर टमाटर लगाया है। खेत में तैयार सभी सब्जियां व अन्य फसलें खेत में ही बिक जाती हैं।
दुनी चंद ने खेती से अच्छी आय होने पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का धन्यवाद करते हुए कहा कि वह सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को अपनाने से खेती करके अच्छी आय अर्जित करने में सफल हुए हैं।
उन्होंने किसानों, बागवानों और बेरोजगारों से अपील करते हुए कहा कि वे कृषि विभाग की स्कीमों को अपनाकर उनका भरपूर फायदा उठाएं। इससे वे मेरी तरह अपनी आर्थिकी को मजबूत कर सकते हैं।
द्रंग के कृषि विषयवाद विशेषज्ञ पूर्ण चंद ने बताया कि 2022-23 में द्रंग विकास खंड के किसानों को कृषि उत्पादन संरक्षण योजना के अंतर्गत 17 लाख रुपए, मुख्यमंत्री नूतन पॉलीहाउस योजना पर 28 लाख रुपए और मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना पर 55 लाख रुपए का अनुदान दिया गया। दुनी चंद को इन तीनों योजनाओं के अंतर्गत 4,47,887 का अनुदान दिया गया।
वहीं कृषि उप निदेशक मंडी राजेश डोगरा ने बताया कि किसानों की समस्याओं को देखते हुए सरकार ने विभिन्न योजनाओं का चला रखी हैं ताकि किसान इन योजनाओं के माध्यम से अच्छी खेती कर अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकें और अपनी आर्थिक स्थिति में भी सुधार कर सकें।
डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देश पर विभिन्न विभागों द्वारा संचालित स्वरोजगारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित बनाया जा रहा है तथा इन योजनाओं के क्रियान्वयन की नियमित समीक्षा भी की जा रही है। युवाओं को इन योजनाओं का लाभ लेकर स्वरोजगार के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है ताकि वे रोजगार मांगने वाले न बनकर दूसरों को रोजगार देने वाले बने।