धर्मशाला। कांगड़ा जिला के धर्मशाला उपचुनाव में आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े राकेश चौधरी का निधन हो गया है। वहीं, पत्नी मेडिकल कॉलेज टांडा में भर्ती हैं। राकेश चौधरी और उनकी पत्नी ने जहरीला पदार्थ निकल लिया था।
राकेश चौधरी पधर पंचायत के निवासी थे। राजनीति में काफी सक्रिय थे। राकेश चौधरी ने धर्मशाला से 2019 विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था। 2022 विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें टिकट दी थी, लेकिन वह चुनाव हार गए थे।
सुधीर शर्मा की विधानसभा सदस्यता रद्द होने के बाद इसी साल लोकसभा चुनाव के साथ धर्मशाला में उपचुनाव हुए थे। इस बार भाजपा ने सुधीर शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतारा था। वहीं, राकेश चौधरी ने आजाद प्रत्याशी के तौर पर हुंकार भरी थी। वह करीब 10 हजार वोट ले गए थे और तीसरे नंबर रहे थे।
बताया जा रहा है कि किसी घरेलू विवाद के बाद पति और पत्नी ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। तबीयत बिगड़ने पर दोनों को मेडिकल कॉलेज टांडा ले जाया गया। जहां पर उपचार के दौरान राकेश चौधरी ने अंतिम सांस ली। उनकी पत्नी मेडिकल कॉलेज टांडा में भर्ती हैं और खतरे से बाहर बताई जा रही हैं।
मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस चौकी योल की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। एएसपी बीर बहादुर ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। पता लगाया जा रहा है कि पति और पत्नी ने ऐसा कदम क्यों उठाया।
उधर, राकेश चौधरी के निधन पर धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा ने शोक जताया है। उन्होंने कहा कि राकेश चौधरी के निधन का समाचार सुनकर व्यथित हूँ, हमने साथ काम भी किया एक दूसरे के विरुद्ध चुनाव भी लड़ा, लेकिन आपसी रिश्ते बातचीत बनी रही।
उनका जाना क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं और शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।