पवई। आज की इस चकाचौंध भरी दुनिया में कोई किसी की मदद के लिए नहीं रुकता। किसी के पास इतना समय नहीं होता। बहुत ही कम लोग होते हैं जो दूसरों की खासकर जानवरों की दुख, दर्द व पीड़ा को समझते हैं। कुछ ऐसा ही मामला सामने आया मध्य प्रदेश के जिला पन्ना के पवई में।
पवई रेस्ट हाउस के सामने रोड के किनारे दो दिन से गाय का बछड़ा जख्मी पड़ा था। दो दिन में उस रास्ते से हजारों लोग निकले होंगे लेकिन किसी ने नहीं सोचा की असहनीय पीड़ा से बिलख रहे इस गाय के बछड़े का इलाज करवा दें, क्योंकि आज के समय में लगभग हर व्यक्ति इतना ज्यादा व्यस्त है कि अपने कामकाज के अलावा धर्म कर्म के लिए किसी के पास समय ही नहीं बचा है।
ऐसे में समाज सेविका अर्चना सिंगरौल आगे आईं और तुरंत डॉक्टर को बुलाकर उसका इलाज करवाया। अर्चना सिंगरौल कौशल्या ह्यूमैनिटी फाउंडेशन की संस्थापक व अध्यक्ष हैं। अर्चना सिंगरौल पवई की ही रहने वाली हैं। वह किसान की बेटी हैं और उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है।
आज की युवा पीढ़ी जहां सोशल मीडिया पर नाचने-गाने और नग्नता परोसने में लगी हैं वहीं अर्चना 15 साल की उम्र से जनता की सेवा में जुटी हैं। आज की इस युवा पीढ़ी को इनसे सीख लेकर अपनी धर्म संस्कृति से जुड़े रहना चाहिए और निरंतर उसी पर कार्य करना चाहिए।
अर्चना सिंगरौल के इसी तरह कई कार्य कर रही हैं। बच्चों को शिक्षा सामग्री बांटना, खाना-पीना, कपड़े, फल प्रदान करना, रक्तदान करवाना आदि उनके संगठन द्वारा हजारों तरह का कार्य लगातार किया जा रहा है।
आज की आधुनिक दुनिया में स्वयं के अलावा दूसरों के बारे में सोचते तक नहीं, वहीं अर्चना सिंगरौल जनता की सेवा करने के लिए घर-घर व गांव-गांव जाती हैं और उनकी संभावित मदद करती हैं।
सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना, बच्चों को पढ़ाना, शिक्षा के प्रति जागरूक करना, जरूरतमंद लोगों को उनकी जरूरत का सामान उपलब्ध कराना आदि हजारों कार्य इनके द्वारा किए जा रहे हैं। यह सब कार्य करने की प्रेरणा उनको उनकी बड़ी बहन अंजू सिंगरौल से मिलती है।
अर्चना के इन कार्यों के लिए ewn24 news choice of himachal उनकी सराहना करता है।