मंडी। हिमाचल में एक व्यक्ति से 36 लाख रुपए से अधिक की ठगी का मामला सामने आया है। व्यक्ति एक अनजान नंबर के झांसे में आ गया और ठगी का शिकार हो बैठा।
हिमाचल प्रदेश सीआईडी के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन मध्य खंड मंडी में 07 अक्टूबर 2024 को धारा 318 (4), 319(2) भारतीय न्याय संहिता और 66 (D) आईटी एक्ट (IT Act)में दर्ज हुआ है।
मामले के अनुसार शिकायतकर्ता को अनजान नंबर से फोन आया। उसे बताया गया कि उसका मोबाइल नंबर पोर्नोग्राफी और अवैध गतिविधियों (Illegal Activity) में शामिल है। यही नहीं शिकायतकर्ता के नाम पर मुंबई में 17 एफआईआर (FIR) दर्ज होने के बारे में भी बताया।
इसके बाद साइबर ठगों ने शिकायतकर्ता को जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल से संबंधित कागजात भेजे, जिसमें शिकायतकर्ता के नाम पर कैनरा बैंक में संदिग्ध खाता व फर्जी बैंक विवरणी और फर्जी एटीएम कार्ड ( ATM card) आदि होने के बारे में बताया गया।
इसके बाद साइबर ठगों ने शिकायतकर्ता को सुप्रीम कोर्ट, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नाम पर फर्जी आदेश भी भेजे। ठगों ने शिकायतकर्ता से एक इकरारनामा लिख कर भेजने को कहा कि इस जांच (Enquiry) के पूरा होने तक वह किसी से कोई बात नहीं करेगा, उसे फोन काल कट न करने तथा फोन पर लगातार उपलब्ध रहने के लिए कहा गया।
इसके बाद साइबर ठगों ने आईपीएस (IPS) अधिकारी बनकर शिकायतकर्ता को उपरोक्त केस में सारे फंड सरेंडर करने के लिए कहा व बताया कि आपका सारा पैसा जांच करके 03 दिन लौटा दिया जाएगा।
शिकायतकर्ता ने ठगों के द्वारा बताए गए खातों में कुल 03 ट्रांजेशक्न के माध्यम से कुल 36,50,000 रुपये भेज दिए। शिकायतकर्ता को जब 03 दिन बाद यह पैसा प्राप्त न हुआ तो शिकायतकर्ता ने लगातार साइबर ठगों के नंबरों पर फोन किया, लेकिन साइबर ठगों ने शिकायतकर्ता के किसी फोन को कोई जबाव न दिया, जिस पर शिकायतकर्ता को ठगी का एहसास हुआ। मामला दर्ज कर मामले में जांच जारी है।
साइबर क्राइम पुलिस थाना मंडी ने आम जनता से अनुरोध किया है कि अनजान नंबर से फोन न उठाएं। इस तरह अगर आपको कोई धमकाए तो बिलकुल न डरें व तुरन्त अपने नजदीकी थाना में इस संबंध में तस्दीक न करें तथा पैसे भेजने से पहले एक बार साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या साइबर क्राइम पुलिस थाना मंडी के लैंडलाइन नंबर 01905-226900 या Email-ID pscyber-cr@hp.gov.in पर संपर्क करें ।