हरिपुर। देहरा विधानसभा क्षेत्र के हरिपुर को नगर पंचायत का दर्जा देने की मांग उठने लगी है। इसके लिए विभिन्न समाज सेवी संगठन एकजुट होने लगे हैं। रविवार को हरिपुर में समाजसेवी संगठन एकत्रित हुए और हरिपुर को नगर पंचायत का दर्जा देने की मांग की।
वरिष्ठ नागरिक गैर सरकारी संगठन, व्यापार मंडल हरिपुर, विकास कमेटी हरिपुर, समाजसेवी संगठनों ने बैठक कर फैसला लिया कि इस मांग को उच्च अधिकारियों के माध्यम से सरकार तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए एक प्रस्ताव भी तैयार किया गया है।
वरिष्ठ नागरिक गैर सरकारी संगठन हरिपुर के प्रधान विजेंद्र सिंह गुलेरिया ने कहा कि हरिपुर एक प्राचीन कस्बा है। गुलेर रियासत की राजधानी भी रह चुका है। यहां पर विभिन्न प्रकार के सरकारी ऑफिस हैं।
यहां पर राजपत्रित अधिकारी बैठते हैं। अकेले हरिपुर की आबादी ही 4 हजार के करीब है। अगर कौड़ा गरना, काकड़, अम्बटियालु, झकलेड़ आदि क्षेत्र को इसमें शामिल कर दिया जाए तो आबादी काफी ज्यादा हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस बारे में एक प्रस्ताव बनाया गया है, जिस पर सभी संगठनों के हस्ताक्षर लिए गए हैं। इस प्रस्ताव को देहरा विधायक कमलेश ठाकुर तक पहुंचाया जाएगा। उम्मीद है कि विधायक इस पर सकारात्मक कार्रवाई करेंगी।
व्यापार मंडल हरिपुर के प्रधान अतुल महाजन ने भी इस मांग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि हरिपुर पंचायत का दर्जा बढ़ाया जाना चाहिए। क्योंकि हरिपुर शहर की आबादी भी बढ़ रही है तथा शहर का भी विकास हो रहा है।
बाजार में दुकानें बढ़ रही हैं। शहर की तरक्की के लिए पंचायत का दर्जा भी नगर पंचायत किया जाना जरूरी हो चुका है।
समाजसेवी डॉ. सुकृत सागर ने कहा कि गुलेर रियासत की राजधानी हरिपुर पुरानी नगरी है। इसका इतिहास काफी पुराना है, लेकिन हमेशा यह गांव अनदेखी का शिकार होता आया है।
लिहाजा इलाके की पुरानी पहचान को कायम रखा जाना अति आवश्यक है। इस मौके पर डॉ. योगेश रैना, विजय महाजन, संजय सूद, यशपाल महाजन, प्रवीण कुमार, अरविन्द शर्मा, प्रवीण शर्मा और फतुरी राम आदि मौजूद रहे।
देहरा की विधायक कमलेश ठाकुर ने कहा कि अगर हरिपुर पंचायत जनसंख्या और नगर पंचायत बनाने से जुड़े मापदंड पूरे करती है तो इस मांग को सरकार के समक्ष रखा जाएगा।