राकेश चंदेल/बिलासपुर। भारती एयरटेल फाउंडेशन द्वारा आयोजित फेलिसिटेशन कार्यक्रम में नैना देवी के शिक्षक परमजीत सिंह ने प्रथम स्थान हासिल कर "एजुकेशन रॉकस्टार अवार्ड" अपने नाम किया। इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में 25 से 26 स्कूलों के शिक्षकों ने भाग लिया, जहां उनके नवाचार और शिक्षण मॉडल की प्रस्तुति को आंका गया।
गणित शिक्षण में नवाचार ने दिलाया पुरस्कार
परमजीत सिंह ने पारंपरिक रटंत पद्धति को छोड़कर गतिविधि व खेल आधारित शिक्षा को अपनाया है। उनकी गणित शिक्षण तकनीक और मॉडल पूरे जिले में सराही जा रही है। उनके शिक्षण प्रयासों ने विद्यार्थियों के लिए गणित को रोचक और सरल बनाया है।
महत्वपूर्ण शैक्षिक योजनाओं में योगदान
परमजीत सिंह हर घर पाठशाला अभियान, निपुण भारत मिशन, फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमैरेसी और एनईपी-2020 के प्री-प्राइमरी एजुकेशन विजन डॉक्यूमेंट जैसे महत्वपूर्ण शैक्षिक अभियानों में भी सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं।
साहित्य और शिक्षा में अद्भुत संतुलन
केवल शिक्षा ही नहीं, बल्कि साहित्य के क्षेत्र में भी परमजीत सिंह अपनी पहचान बना चुके हैं। वे राज्य स्रोत समन्वयक कवि भी हैं और उन्होंने साहित्य जगत को अपनी कविताओं की पुस्तकों का अनमोल उपहार दिया है। लेखन के क्षेत्र में भी उनकी भूमिका अनुकरणीय मानी जाती है।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डिप्टी डायरेक्टर (क्वालिटी), जिला बिलासपुर ने की, जिन्होंने शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत किया। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले सभी शिक्षकों को एजुकेशन रॉकस्टार अवार्ड से सम्मानित किया गया।
"शिक्षा में नवाचार ही सफलता की कुंजी"
अपने पुरस्कार के बाद परमजीत सिंह ने कहा, "शिक्षा में नवाचार और रचनात्मकता ही विद्यार्थियों को सफलता की ओर अग्रसर कर सकती है। मेरा लक्ष्य हर छात्र को शिक्षा से जोड़ना और सीखने की प्रक्रिया को आनंदमय बनाना है।" उनकी इस उपलब्धि पर विद्यालय, जिला और शिक्षा विभाग में हर्ष की लहर है।