ऋषि महाजन/नगरोटा सूरियां। जिला कांगड़ा के जवाली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नगरोटा सूरियां खंड विकास कार्यालय (BDO) को शिफ्ट करने का मुद्दा गरमाता जा रहा है।
एक तरफ लोगों के भारी विरोध के बीच बीडीओ ऑफिस को जवाली शिफ्ट करने के लिए सामान उठा दिया गया, दूसरी मामले में हाईकोर्ट से स्टे भी मिलने का समाचार है। ऐसे में विरोध में उतरे लोग स्टे मिलने की खबर सुनकर झूम उठे। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि स्टे के बाबत उनके पास किसी प्रकार के आदेश नहीं पहुंचे हैं।
बता दें कि मंगलवार को भारी पुलिस बल, महिला पुलिस और कमांडो की मौजूदगी में ऑफिस को जवाली शिफ्ट कर दिया गया। लोक निर्माण विभाग की मदद से फाइलें, फर्नीचर और अन्य सामान गाड़ियों में भरा गया। इस दौरान लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और महिलाओं ने ब्लॉक परिसर के गेट पर बैठकर जोरदार प्रदर्शन किया। मंत्री चंद्र कुमार और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई।
खंड कार्यालय को बचाने के लिए चल रहे आंदोलन का यह 27वां दिन था। विकास खंड नगरोटा सूरियां बचाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में हजारों महिलाएं प्रदर्शन में शामिल हुईं, जिनमें 80-85 वर्ष तक की बुजुर्ग महिलाएं भी शामिल थीं। महिलाओं ने कहा कि यह कार्यालय क्षेत्र की 50 वर्ष की पहचान है और जब तक न्याय नहीं मिलेगा, वे पीछे नहीं हटेंगी।
सुबह संघर्ष समिति ने खंड विकास अधिकारी, तहसीलदार और डीएसपी को ज्ञापन सौंपते हुए आग्रह किया था कि हाईकोर्ट में इस मामले की रिट याचिका पर दोपहर को सुनवाई होनी है। निर्णय आने तक कोई भी सामान न उठाया जाए, लेकिन प्रशासन ने उनकी एक न सुनी और खंड विकास अधिकारी ने सामान उठाने के आदेश दे दिए।
कार्रवाई के दौरान जनता और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई, लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी में सामान को गाड़ियों में डालकर ज्वाली रवाना कर दिया गया। इसके विरोध में नगरोटा सूरियां बाजार से एक विशाल रैली निकाली गई, जो बस अड्डे पर जाकर जनसभा में बदली।
सभा में महिलाओं ने कहा कि 8 जुलाई का दिन काले अक्षरों में लिखा जाएगा। इस मौके पर भाजपा नेता संजय गुलेरिया, ब्लॉक समिति अध्यक्ष धीरज अत्री, पूर्व उपाध्यक्ष बालवीर पठानिया, संघर्ष समिति अध्यक्ष संजय महाजन, प्रधान जीएस बेदी, समाजसेवी बबीता गुलेरिया व युवा मोर्चा ने भी जनता को संबोधित किया।
सभा के अंत में संघर्ष समिति को सूचना मिली कि हाईकोर्ट से रिट पर स्टे मिल गया है। यह खबर सुनते ही लोग खुशी से झूम उठे और खंड कार्यालय परिसर में दोबारा इकट्ठा हो गए। इस फैसले से विभागीय स्तर पर भी हड़कंप मच गया है। एसडीएम मौके पर पहुंचे और स्टे को लेकर कोई दस्तावेज दिखाने के लिए कहा।
बीडीओ नगरोटा सूरियां मनोज शर्मा ने कहा कि आलाधिकारियों से ऑफिस शिफ्ट करने के आदेश मिले थे। आदेशों का पालन करते हुए ऑफिस को शिफ्ट किया गया। स्टे मिलने की बात कही जा रही थी, लेकिन मौके पर कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका। अभी हमारे पास स्टे को लेकर किसी प्रकार के आदेश नहीं है। अगर ऐसा कुछ होता है तो शिमला से इस बाबत आदेश प्राप्त होंगे। आदेश प्राप्त होने पर आगामी कार्रवाई की जा सकती है। अभी ऑफिस शिफ्ट करने के ही आदेश प्राप्त हुए हैं, जोकि कर दिया है।