शिमला। हिमाचल के जिला कांगड़ा के विभिन्न विभागों में करुणामूलक आधार पर रोजगार प्रदान करने के लिए कुल 301 मामले लम्बित हैं। जल शक्ति विभाग में सबसे अधिक 139 मामले हैं। पुलिस में 38, उच्च शिक्षा में 31, पीडब्ल्यूडी में 30, प्रारंभिक शिक्षा में 16, वन विभाग में 9, स्वास्थ्य में 8, राजस्व में 6, शहरी स्थानीय निकाय में 5, आयुष, गृह रक्षा में 4-4, कृषि में 3, उद्योग, ग्रामीण विकास विभाग में 2-2 पंचायती राज, परिवहन, तकनीकी शिक्षा, मत्स्य में 1-1 मामला है। यह जानकारी हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कांगड़ा के विधायक पवन काजल के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मुहैया करवाई है।
जानकारी दी है गि सरकार ने करुणामूलक आधार पर रोजगार के मामलों से संबंधित संशोधित दिशा निर्देश 07 मार्च 2019 को जारी कर दिए हैं, जिसके आधार पर प्रशासनिक विभागों द्वारा मामलों का निपटारा व निस्तारण किया जा रहा है।
वहीं, श्रीनैना देवी जी के विधायक रणधीर शर्मा के एक सवाल के जवाब में डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने जानकारी मुहैया करवाई है कि पिछले 3 साल में 20 फरवरी 2025 तक जल शक्ति विभाग में 67 जेई की भर्ती की गई। वर्तमान में जल शक्ति विभाग के मंडल कार्यालयों में कनिष्ठ अभियंताओं (JE) के कुल 243 पद खाली हैं। जल शक्ति विभाग के सभी मंडल, वृत्त, जोनल मुख्यालय और अन्य कार्यालयों को मिलाकर कनिष्ठ अभियंता के समेकित 322 पद रिक्त हैं।