रेखा चंदेल/झंडूता। बिलासपुर जिला में घुमारवीं के नजदीक पलासला में 'एकल अभियान' संभाग उत्तर हिमाचल का दस दिवसीय आचार्य अभ्यास (प्रशिक्षण) संपन्न हुआ। समाप्ति कार्यक्रम में (आयोजक आद राम सांख्यान के माध्यम से) सेवानिवृत्त प्रवक्ता शीला सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।
इस कार्यक्रम में एकल अभियान से जुड़े प्रदेश भर से संस्था के पदाधिकारी, आचार्य अभ्यास के माध्यम से लगभग 30 प्रशिक्षार्थी उपस्थित रहे।
सेवानिवृत्त प्रवक्ता शीला सिंह ने कहा कि शिक्षा का मूल उद्देश्य व्यक्ति का सर्वांगीण विकास करना है, जिसमें ज्ञान, कौशल और जीवन मूल्यों का विकास शामिल है। यह न केवल व्यक्तिगत सफलता के लिए बल्कि समाज के विकास और समस्याओं के समाधान के लिए भी महत्वपूर्ण है जिसमें नैतिक चरित्र का निर्माण और सामाजिक जागरूकता शामिल है।
शिक्षा में सम भाव धर्म मानवोपयोगी है। धर्म सदैव अलगावाद से दूर रहता है। मानव को मानवता से जोड़ता है। दया, प्रेम, सम्मान, सच्चाई और इमानदारी और त्याग की भावना से जोड़ता है। इसके अलावा नारी सशक्तिकरण और जागरूकता भी शिक्षा का मूल उद्देश्य होना चाहिए।