Breaking News

  • अनुसूचित जाति एवं वंचित वर्गों के अधिकारों की रक्षा आयोग की सर्वोच्च प्राथमिकता
  • बिलासपुर : शादी में धाम खाकर लौट रहा था व्यक्ति, चर में गिरने से गई जान
  • सोलन : शिक्षक पर छात्र के साथ मारपीट का आरोप, बच्चे बोले लोहे के स्केल से मारा
  • बिलासपुर : गांव की शादी में अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने नाबालिग से की छेड़छाड़
  • धर्मशाला के तपोवन में हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र 26 नवंबर से, होंगी 8 बैठकें
  • TET नवंबर 2025 : HPBOSE ने जारी की समयसारिणी, एडमिट कार्ड भी अपलोड
  • नॉप्स पब्लिक स्कूल घुमारवीं में समझाए नशे के दुष्प्रभाव : छात्रों व शिक्षकों ने की चर्चा
  • इंसानियत संस्था का 18वां रक्तदान शिविर, 27 लोगों ने किया रक्तदान
  • शिक्षा का मूल उद्देश्य व्यक्ति का सर्वांगीण विकास : आचार्य अभ्यास में बोलीं सेवानिवृत्त प्रवक्ता शीला सिंह
  • जयंती देवी मंदिर पहुंचे डीसी कांगड़ा, टेका माथा-व्यवस्थाओं का भी लिया जायजा

ट्रक ऑपरेटर बोले-सहमति नहीं, समझौता, साल का 6 से 7 लाख होगा नुकसान

ewn24news choice of himachal 20 Feb,2023 10:16 pm

    डिस्पैच का मुद्दा अभी हल नहीं हुआ

    शिमला। आखिरकार 68 दिन के गतिरोध के बाद हिमाचल प्रदेश में अडानी समूह व ट्रांसपोर्टरों के बीच चल रहा विवाद खत्म हो गया है। सरकार की मध्यस्थता के बाद और कई दौर की बैठकों के बाद आज सीमेंट कंपनी विवाद पर विराम लग गया। अडानी समूह और दाड़लाघाट व बरमाणा प्लांट के साथ मुख्यमंत्री की बैठक के बाद विवाद सुलझ गया। अब कल से बंद दाड़लाघाट और बरमाणा दोनों सीमेंट प्लांट खुल जाएंगे।

    बड़ी राहत: हिमाचल में करीब 68 दिन बाद कल खुलेंगे दोनों सीमेंट प्लांट

    वहीं, ट्रक ऑपरेटरों ने कहा है कि यह सहमति नहीं है, बल्कि समझौता है। जोकि प्रदेश और जनता के हित में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के फैसले के बाद स्वीकार किया है। हालांकि जिन दामों पर सहमति बनी है वे सम्मानजनक पर है, पर इसके बावजूद ट्रक ऑपरेटरों को 6 से सात लाख रुपए का नुकसान हो रहा है। वहीं, ट्रक ऑपरेटरों का मुख्य मुद्दा डिस्पैच का मुद्दा अभी हल नहीं हुआ है।
    मिशन डिनोटिफाई के खिलाफ भाजपा का हस्ताक्षर अभियान-दी चेतावनी

    बाघल लैंड लूज़र सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष रामकृष्ण शर्मा ने कहा कि ऑपरेटर की तरफ से तो कोई सहमति नहीं थी। मैं इस सहमति नहीं कहूंगा। क्योंकि समझौते की स्थिति में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का फैसला है तो इसे मानने के अलावा उनके पास कोई चारा नहीं है। हमने भाड़ा 10 रुपए 77 पैसे से शुरू किया था और 10 रुपए 30 पैसे पर पहुंचे हैं। हम यह कह सकते हैं कि सम्मानजनक है।
    मंडी शहर में ‘व्योमनेत्र’, 250 कैमरे रखेंगे नजर-ड्रोन से भी जोड़ा जाएगा

    हालांकि इसमें भी साल का 6 से सात लाख राजस्व का नुकसान होगा। पर प्रदेश और लोगों के हित में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के फैसले का सम्मान हमें करना होगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 13 पैसे की हाइक को भी कंसीडर करेंगे और कुछ समय बाद कंपनी से दिलवाएंगे। यह बढ़ोतरी मिलने के बाद रेट 10 रुपए 43 पैसे हो जाएगा।
    ‘पहाड़ का पानी, पहाड़ की जवानी पहाड़ के नहीं आती काम’ बदलनी होगी धारणा

    उन्होंने कहा कि डिस्पैच का मुख्य मुद्दा अभी हल नहीं हुआ है। डीसी की अध्यक्षता में कमेटी बनी है और उस कमेटी में सारी चीजें तय होंगी कि डिस्पैच कितना होगा।

    [embed]
    [/embed]
    सुजानपुर होली मेला: कलाकारों के ऑडिशन की डेट तय, इस दिन होंगे


    आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें 

Himachal Latest

Live video

Jobs/Career

Trending News

  • Crime

  • Accident

  • Politics

  • Education

  • Exam

  • Weather