Breaking News

  • मोहाली की कंपनी में नौकरी का मौका : ITI मंडी में 24 को इंटरव्यू
  • हिमाचल : इस दिन सक्रिय होगा पश्चिमी विक्षोभ, पूरे प्रदेश में बिगड़ सकता है मौसम
  • अंबेडकर राष्ट्र की धरोहर, अपमान हरगिज नहीं करेंगे बर्दाश्त : चमन राही
  • कांगड़ा : सिक्योरिटी गार्ड व सुपरवाइजर के 200 पदों पर भर्ती, 20 हजार तक सैलरी
  • हिमाचल युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव चुने गए मनीष भगनाल
  • शीतकालीन सत्र : दूसरी बार विपक्ष का वाकआउट, सदन में नारेबाजी करते आए बाहर
  • बिलासपुर : बिना परमिट पिकअप में ले जा रहा था बरगद की लकड़ी, पुलिस ने पकड़ा
  • धर्मशाला : जल शक्ति विभाग आउटसोर्स कर्मचारियों को लेकर मुकेश अग्निहोत्री ने कही बड़ी बात-जानें
  • हिमाचल में 1865 संस्थान डिनोटिफाई, विपक्ष का हंगामा-किया वाकआउट
  • धर्मशाला : जयराम ठाकुर को वक्त देने पर जगत सिंह नेगी ने उठाया सवाल-हंगामा

शिमला रिज पर आकर्षण बना चंबा रुमाल, कितने में बिक रहा-जानिए

ewn24news choice of himachal 20 Nov,2022 7:22 pm

    क्राफ्ट मेला में बिक्री के लिए है उपलब्ध

    शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला के रिज पर लगा क्राफ्ट मेला स्थानीय लोगों के साथ ही सैलानियों के भी आकर्षण का केंद्र बना है। खासकर चंबा रुमाल लोगों और सैलानियों को विशेषतौर पर आकर्षित कर रहा है। दुनिया में सबसे महंगा रुमाल चंबा रुमाल ही है, जिसकी कीमत लाखों में जाती है।


    कहा जाता है कि इस रुमाल का सबसे पुराना रूप 16 वीं शताब्दी में गुरु नानक की बहन बेबे नानकी द्वारा बनाया गया था, जो वर्तमान समय में होशियारपुर के गुरुद्वारे में संरक्षित रखा गया है।

    हिमाचल विधानसभा चुनाव में 19 विस क्षेत्रों में क्या रहा खास-पढ़ें खबर

    रुमाल को बनाने वाली इंदु शर्मा और सुनीता ठाकुर ने बताया कि इन महंगे रुमाल को बनाने के लिए 6 माह  तक का वक्त लग जाता है।8 इंदु शर्मा ने बताया कि रुमाल पर चंबा के ऐतिहासिक मणिमहेश यात्रा को दर्शाया गया है।


    इसके अलावा कपड़े पर बारीकी से महाभारत, रामायण, कृष्ण लीला व हिमाचल की संस्कृति को भी दर्शाया जाता है। चंबा रुमाल की कीमत लाखों होती है, लेकिन रिज पर लगे चंबा के एक रुमाल की कीमत 250 रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक है।


    विक्टोरिया अल्बर्ट संग्रहालय, लंदन में भी चंबा रुमाल रखा गया है, जो 1883 में राजा गोपाल सिंह द्वारा अंग्रेजों को उपहार में दिया गया था। इस रुमाल में महाकाव्य महाभारत के कुरुक्षेत्र युद्ध का एक कशीदाकारी दृश्य बनाया गया है।


    17वीं शताब्दी से शाही परिवार के सदस्य व तत्कालीन रियासत की महिलाएं ही शादी के तोहफे या दहेज के रूप में देने के लिए चंबा रुमालों की कढ़ाई करती थीं। इस रुमाल का सबसे पुराना रूप 16 वीं शताब्दी में गुरु नानक की बहन बेबे नानकी द्वारा बनाया गया है, जो अब होशियारपुर के गुरुद्वारे में संरक्षित है, लेकिन ये कला 18वीं व 19वीं सदी में काफी फली फूली।


    सावधान ! ठंड से बचने को जलाते हैं अंगीठी तो इन बातों का रखें ध्यान

    ?feature=oembed" width="580" height="326" frameborder="0" allowfullscreen="allowfullscreen" data-origwidth="580" data-origheight="326" data-mce-fragment="1">
    हिमाचल : ठंड से बचने को बाल्टी में जलाई थी आग, जानलेवा हुई साबित

    ?feature=oembed" width="580" height="326" frameborder="0" allowfullscreen="allowfullscreen" data-origwidth="580" data-origheight="326" data-mce-fragment="1">
    आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें  

Himachal Latest

Live video

Jobs/Career

Trending News

  • Crime

  • Accident

  • Politics

  • Education

  • Exam

  • Weather