देहरा। कांगड़ा जिला के संसारपुर टैरेस में कॉपीराइट उल्लंघन और नकली दवाइयों के निर्माण पर मामला दर्ज किया गया है। शिकायत के अनुसार ब्रांडेड फार्मा कंपनी की दवा “कामराज कैप्सूल” की अवैध नकल की जा रही थी।
इसी शिकायत पर पुलिस ने संसारपुर टैरेस स्थित Qurax Pharma कंपनी में दबिश दी और भारी मात्रा में ब्लैंक कैप्सूल आदि बरामद किए हैं। Qurax Pharma तलवाड़ा होशियारपुर निवासी तीन लोगों की कंपनी है।
एसपी पुलिस जिला देहरा मयंक चौधरी ने बताया कि जालंधर की ब्रह्मानंद आयुर्वेदिक कंपनी से 7 जुलाई, 2025 को एक शिकायत मिली। शिकायत में बताया गया कि ब्रह्मानंद आयुर्वेदिक कंपनी कामराज कैप्सूल बनाती है और इसका उनके पास कापीराइट है।
कामराज कैप्सूल की नकल कर बेची जा रही है। शिकायत मिलने के बाद एसएचओ संसारपुर टैरेस संजय की अगुवाई में टीम का गठन किया गया।
डीएसपी डाडासीबा राजकुमार लोकल और डीएसपी देहरा अनिल कुमार हेडक्वार्टर लेवल पर टीम की निगरानी कर रहे थे। करीब एक हफ्ते तक शिकायत के पहलुओं की जांच की गई। जब इस तरह की कोई गतिविधि चलने की शंका हुई तो Qurax Pharma कंपनी में दबिश दी गई। रेड टीम में स्थानीय ड्रग इंस्पेक्टर कुशल कुमार, भाटी प्रधान और पंचायत सदस्य को भी शामिल किया गया।
मौके से ब्लिस्टर और प्रिंटिंग फ्वाइल (11 किलो के दो रोल), एल्यूमीनियम फ्वाइल (तीन रोल), दो कटर आदि मिले हैं। इसके अलावा ब्लैंक कैप्सूल एक लाख से अधिक मिले हैं, जोकि 6.205 किलो ग्राम बनते हैं।
फील्ड कैप्सूल 214, पैक कैप्सूल 6 मिले हैं। मामले में आयुर्वेदिक संस्थान पपरोला के ड्रग इंस्पेक्टर संजीव राणावत को भी शामिल किया गया। सभी चीजों को जब्त कर संजीव रणावत के हवाले आगामी जांच को सौंप दिया है।
एसपी मयंक चौधरी ने बताया कि Qurax Pharma कंपनी तीन मालिक हैं। इसमें सच्चिदानंद मणि त्रिपाठी, आनंद मणि त्रिपाठी, सिम्मी पत्नी राजन तलवाड़ा होशियारपुर के निवासी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। जानकारी हासिल की जा रही है कि फार्मा कंपनी के पास लाइसेंस कहां से आया। प्रिंटिंग पेपर आदि कहां से आए। तैयार किए जा रहे कामराज कैप्सूल कहां बेचे जा रहे थे।