शिमला। राजधानी शिमला के संजौली क्षेत्र में पांच मंजिला निर्माणाधीन मस्जिद को लेकर बवाल हो गया। वहीं, मल्याणा उपनगर में मारपीट के मामले ने भी तूल पकड़ा। स्थानीय लोगों ने रविवार को मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया।
साथ ही मस्जिद के बाहर बैठकर जय श्री राम और हनुमान चालीसा का पाठ किया। लोगों ने प्रशासन से अवैध रूप से हुए निर्माण को तोड़ने की मांग की और शहर के भीतर रेहड़ी फड़ी लगाने वाले लोगों पुलिस वेरिफिकेशन और नकेल कसने की मांग की।
विवाद बढ़ता देखकर डीसी शिमला अनुपम कश्यप और एसपी संजीव गांधी ने मौके पर पहुंच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए।
डीसी और एसपी ने स्थानीय लोगों को मामले में एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। मौके पर पहुंचे नगर निगम के कमिश्नर ने भी माना कि जमीन वक्फ बोर्ड की है, लेकिन इमारत की तीन मंजिला अवैध रूप से बनाई जा रही हैं।
इसको लेकर शनिवार को नगर निगम के कोर्ट में मामला लगेगा और आगामी निर्णय लिया जाएगा। डीसी और एसपी ने प्रदर्शनकारियों को संयम बरतने की सलाह दी और कहा कि मामला धार्मिक भावनाओं से जुड़ा हुआ है, ऐसे में पूरी छानबीन कर बाद उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
दरअसल शुक्रवार को शिमला के मल्याणा उपनगर में भी मारपीट का एक मामला सामने आया था, जिसमें आरोप है कि मारपीट समुदाय विशेष के कुछ लोगों ने की है।
इसके बाद स्थानीय लोगों में खासा रोष देखा गया और आज लोगों ने संजौली में बन रही इस अवैध मस्जिद का घेराव किया। बाहर से शिमला आने वाले सभी लोगों की पुलिस वेरिफिकेशन की मांग की, ताकि शहर का माहौल खराब न हो।