शिमला। शहर में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए जिला प्रशासन ने आम जन से सुझाव आमंत्रित किए हैं। यह सुझाव लिखित रूप में डीसी शिमला के कार्यालय में अथवा ईमेल admlo-sml-@nic.in के माध्यम से 25 नवंबर 2024 तक दे सकते हैं।
इसके साथ ही डीसी ने एडीएम लॉ एंड ऑर्डर शिमला की अध्यक्षता में विशेष समिति का गठन किया गया है, जिसमें डीएसपी ट्रैफिक, आरटीओ परिवहन विभाग, महा प्रबंधक ऑपरेशन एचआरटीसी और सहायक आयुक्त नगर निगम के अधिकारी शामिल होंगे। यही कमेटी आम जन के सुझावों पर अपनी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी।
आम जन मुख्य तौर पर स्पीड, रेड लाइट्स, सर्कुलर व अन्य संकरे मार्गों पर वन वे, स्टॉपेज, ट्रैफिक जाम से निजात और भारी वाहनों के आवागमन के बारे में अपने सुझाव दे सकते हैं। इसके साथ ही सभी स्कूल बसों एवं स्कूल टैक्सियों के संचालन के लिए भी आम जन के सुझाव आमंत्रित हैं।
डीसी अनुपम कश्यप ने कहा कि शिमला शहर पर दिन प्रतिदिन वाहनों की संख्या में इजाफा हो रहा है। ऐसे मे पिछले कुछ समय से शिमला शहर में यातायात चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। शहर में प्रवेश करने के लिए मुख्यता 4 मुख्यद्वार प्रवेश हैं।
इनमें शिमला- मंडी रोड जोकि टूटू बालूगंज होते हुए सर्कुलर रोड़ में मिलता है। चंडीगढ़- सोलन - शोघी रोड़़, उपरी शिमला से शिमला शहर को जोड़ने वाला रोड जो कि ढली में मिलता है। करसोग - ततापानी सुन्नी शिमला रोड़ ढली में मिलता है।
इसके उपरांत इन चारों मुख्य द्वार से शहर की एकमात्र सर्कुलर रोड इन चारों मुख्य सड़कों के वाहनों से आवागमन हो रहा है। इस सर्कुलर रोड़ पर शहर के सभी गणमान्य लोग, अधिकारी, कर्मचारी, स्कूली बच्चे व शहर के सभी कारोबारी लोग व सैलानी, सरकारी बसों, निजी बसों व अपने निजी वाहनों से हर रोज सफर करते हैं।
सर्कुलर रोड के अतिरिक्त शहर में प्रतिबंधित सड़कें हैं, जिस पर बिना परमिट वाहनों की आवाजाही मान्य नहीं है। ऐसे में सर्कुलर सड़क पर इतनी अधिक तादाद में यातायात सुचारू रूप से चलाना चुनौती बनता जा रहा है, जिस वजह से अपने गंतव्य स्थल तक आने जाने वाले लोगों को अपने गंतव्य में पहुंचने में हर रोज देरी हो रही है।
परिणामस्वरूप, आपातकालीन वाहन, स्कूली बच्चे व सभी कर्मचारियों को हर रोज अपने गंतव्य स्थल तक पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
वर्तमान में शिमला शहर, शिमला ग्रामीण और आरटीओ शिमला के तहत पंजीकृत वाहनों की संख्या 1 लाख 21 हजार 437 है। इसके अतिरिक्त प्रदेश भर के करीब 50 हजार वाहन शहर में हैं। वहीं, रोजाना पांच से छह हजार वाहनों का आवागमन शहर में है।
शहर के बालूगंज, एमएलए क्रासिंग, 103 टनल, ओल्ड बैरियर, शोघी बाजार, विधानसभा क्रासिंग, विक्ट्री टनल, नियर लिफ्ट, खलीनी चौक, सैंड एडवर्ड चौक, संजौली चौक, ढली चौक, मशोबरा बाइफरकेशन, ऑकलैंड टनल, ताराहाॅल, ढली, बीसीएस, कसुम्पटी चौक आदि स्थानों पर वाहनों की कतार हर दिन लगती है।
शहर में यातायात व्यवस्था को मजबूत करने के लिए आम जनता से शिमला जिला प्रशासन सुझाव आमंत्रित किए जा रहे हैं, ताकि आम जनता के लिए बेहतर यातायात प्लान बनाया जा सके।