चंबा। कांगड़ा जिला के नूरपुर क्षेत्र के डिसमिस बीएसएफ जवान द्वारा अपने एक साथी की मदद से पठानकोट से एक बच्चे के किडनैप मामले में एक और खुलासा हुआ है। किडनैपिंग में इस्तेमाल गाड़ी में भी जाली नंबर प्लेट लगाई थी। जाली नंबर चंबा जिला की किसी गाड़ी का था।
चंबा पुलिस ने सोशल मीडिया पर इस बात खुलासा किया है। जानकारी दी गई कि 30 अगस्त से सोशल मीडिया पर पठानकोट से एक बच्चे को गाड़ी नंबर HP47B-1786 में किडनैप करने का मामला चर्चा में था। किडनैप किए बच्चे को पुलिस ने बरामद कर लिया है।
किडनैपिंग में इस्तेमाल की गई गाड़ी CH01CA2036 पर आरोपियों ने HP47B-1786 का जाली नंबर लगाकर इस घटना को अंजाम दिया था। गाड़ी नंबर HP47B-1786 इस घटना में शामिल नहीं है।
गौर हो कि चंबा-जोत मार्ग पर कार को आग लगाकर अपनी ही मौत का ड्रामा रचने वाले डिसमिस बीएसएफ जवान पर अब बच्चे की किडनैपिंग का आरोप लगा है। डिसमिस बीएसएफ जवान ने अपने एक साथी की मदद से बच्चे को कार में अगवा किया। किडनैपिंग की यह वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश की सीमा के साथ सटे पठानकोट शहर के सैली रोड में बच्चे की किडनैपिंग का मामला सामने आया। शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे छह साल का बच्चा बस से उतरकर अपनी बहन के साथ घर की तरफ जा रहा था।
जब मोहल्ले में पहुंचा तो कार (एचपी47 बी-1786) पर सवार होकर कुछ लोग आए और बच्चे को पकड़ कार में बिठा लिया और फरार हो गए। बच्चे के साथ चल रही उसकी बहन के पास चिट्ठी फेंक गए। चिट्ठी में 2 करोड़ रुपए की फिरौती की मांग की गई थी।
मामले का पता लगते ही परिजनों ने थाना डिवीजन नंबर. 2 की पुलिस को सूचित किया। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और आसपास लगे सीसीटीवी खंगालने लगे।
सीसीटीवी में देखा गया है कि गाड़ी सुबह से ही मोहल्ले में खड़ी थी और जैसे ही बच्चों के आने का समय हुआ तो किडनैपर वारदात कर फरार हो गए। इसके बाद से ही पुलिस एक्शन में आ गई और देर रात ही बच्चे को ढूंढ निकाला। पुलिस आरोपी अमित राणा है और उसके साथी सोनी को नूरपुर से गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि 29 जून, 2023 को पुलिस थाना सदर चंबा की पुलिस चौकी सुल्तानपुर के तहत चंबा जोत रोड पर जोत से करीब तीन किलोमीटर पहले कार में आग लगने का मामला सामने आया था। कार बीएसएफ जवान अमित राणा (33) पुत्र रघुवीर सिंह निवासी गेहीं लगोड़ नूरपुर कांगड़ा की थी।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जहां घटना हुई वहां जगह काफी खुली थी। पुलिस को संदेह हुआ कि कार खाई में क्यों नहीं गिरी और सड़क पर कैसे खड़ी रही। वहीं, कार में ब्लास्ट भी नहीं हुआ तो सवार ने खुद को बचाने की कोशिश क्यों नहीं की।
इन्हीं बिंदुओं को लेकर पुलिस ने जांच शुरू की और मामले का पर्दाफाश किया। बीएसएफ जवान अमित राणा जिंदा निकला जिसको चंबा पुलिस बंगलुरू से पकड़कर लाई। अमित ने सारी सच्चाई उगली जिसके बाद उसको बीएसएफ से भी डिसमिस कर दिया गया।