शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। अगस्त महीने में लगातार हो रही बारिश ने आम लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।
प्रदेश में भारी बारिश के कारण 338 सड़कें, 488 विद्युत ट्रांसफार्मर और 116 पानी की स्कीमें बाधित हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक 18 अगस्त तक मौसम खराब बने रहने का अनुमान है।
प्रदेश में शिमला, मंडी और कांगड़ा में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है, जबकि राज्य में अभी तक मानसून में 22 फीसदी तक कम बारिश रिकॉर्ड हुई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार ने बताया कि बीते 24 घंटे के दौरान नंगल डैम में सबसे ज्यादा 115.0 मिलीमीटर बारिश हुई। कसौली में 87.0, ऊना में 86.0, नैना देवी में 82.2, बीबीएमबी में 73.0, नादौन में 72.5, पांवटा साहिब में 62.0, सुजानपुर टिहरा में 60.6 और धौलाकुआं में 56.5 मिलीमीटर बारिश हुई।
उन्होंने बताया कि 12 और 13 अगस्त को प्रदेश के निचले मध्यवर्ती इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। वहीं, 14 अगस्त से मानसून की गति बढ़ेगी और उसके बाद 18 अगस्त तक प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बारिश हो सकती है। इस दौरान कुछ जिलों में भारी बारिश भी हो सकती है। इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।