किन्नौर : निगुलसरी के पास भूस्खलन से बंद NH-05 को लेकर ये है अपडेट
ewn24news choice of himachal 09 Sep,2023 8:05 pm
मंत्री जगत सिंह नेगी लगातार कर रहे बहाली कार्य का निरीक्षण
रिकांग पिओ। किन्नौर जिला के निगुलसरी के पास भूस्खलन के कारण नेशनल हाईवे पांच (NH-05) शनिवार को बहाल नहीं हो पाया। नेशनल हाईवे अभी भी बंद है और मार्ग बहाली का काम जारी है।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण किन्नौर द्वारा जारी ताजा अपडेट के अनुसार NH-05 निगुलसरी के पास सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद है। यानी रिकांग पिओ से रामपुर, शिमला व शिमला से रिकांग पिओ की ओर छोटे-बड़े वाहनों के लिए आवाजाही पूरी तरह बंद है।
हालांकि NH-505 शिमला से रामपुर सभी प्रकार के वाहनों के लिए सुचारू है। NH-05 और NH-505 किन्नौर से काजा वाया समदु सभी प्रकार के वाहनों के लिए सुचारू है। रुतुरंग ब्रिज से बोनिंग सारिंग लिंक रोड भी सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद है।
भूस्खलन के कारण सड़कें अवरुद्ध हुई जिसकी वजह से स्थानीय लोगों के लिए भारी मुसीबत खड़ी हो गई है। इसी बीच शनिवार सुबह 11:03 बजे एक मरीज को आपात स्थिति में रिकांग पिओ से हवाई मार्ग द्वारा इलाज के लिए ले जाया गया।
जानकारी के अनुसार 65 वर्षीय बीमार महिला को वायुसेना के हेलिकाप्टर से आईजीएमसी शिमला उपचार के लिए भेजा गया है। गंगा देवी नेगी, निवासी निचार घर में काम करते समय गिर गईं थी, जिस कारण उनकी रीड़ की हड्डी में काफी चोट आई।
7 सितंबर को क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ में उन्हें दाखिल किया गया था। निगुलसरी में सड़क बंद होने के कारण मरीज को शनिवार सुबह रिकांगपिओ के आईटीबीपी हेलिपैड पहुंचाया गया। करीब 11 बजे वायु सेना के हेलिकॉप्टर से आईजीएमसी शिमला इलाज के लिए भेजा गया।
प्रशासन का कहना है कि स्थानीय अधिकारी रुकावट दूर करने के लिए तत्परता से काम कर रहे हैं। निवासियों से सावधानी बरतने और सड़क की स्थिति के बारे में सूचित रहने का आग्रह किया जाता है।
वहीं, राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज फिर जिला किन्नौर के निगुलसरी में अवरुद्ध राष्ट्रीय उच्च मार्ग-05 पर सड़क बहाली के कार्य का निरीक्षण किया और सड़क बहाली कार्य की प्रगति की समीक्षा की। राजस्व मंत्री ने अवरुद्ध मार्ग के दोनों छोर पर सड़क बहाली के कार्य की प्रगति का जायजा लिया।
राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि यह मार्ग जिला किन्नौर की जीवन रेखा है। जिला किन्नौर के मटर और सेब की फसलों को फल मंडियों तक पहुंचाने के लिए सड़क बहाली का कार्य शीघ्र पूर्ण करना आवश्यक है और इसलिए वह स्वयं बहाली के कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं।
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिला के लोगों की आय का मुख्य साधन सेब की फसल है तथा बागवानों को उनकी सेब तथा अन्य नकदी फसलों को मंडी तक पहुंचाने में किसी प्रकार की बाधा न हो इसके लिए वह स्वयं गत सायं से अवरुद्ध हुए राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर उपस्थित हैं तथा सड़क बहाली के कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं।
उन्होंने जिला के किसानों व बागवानों को आश्वस्त किया की उनकी नकदी फसलों को मंडी तक पहुंचाने के लिए शीघ्र ही सड़क बहाली का कार्य पूर्ण कर दिया जाएगा।