शिमला। हिमाचल प्रदेश संयुक्त कर्मचारी महासंघ बिजली बोर्ड कर्मचारियों के समर्थन में उतर आया है। महासंघ ने सरकार को चेताया है कि सरकार वार्तालाप करके बिजली बोर्ड में चल रहे गतिरोध को तोड़े, अन्यथा प्रदेश में हालात बिगड़ जाएंगे।
संयुक्त कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने कहा कि सरकार ने बिजली बोर्ड में 51 पदों को समाप्त कर दिया है। साथ ही 81 ड्राइवरों को नौकरी से निकाल दिया है। यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने सरकार को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन दिया है। सरकार वार्तालाप करके उन पर विचार कर नौकरियों को बहाल करे।
चौहान ने कहा कि कर्मचारियों ने 28 तारीख को सांकेतिक प्रदर्शन का आह्वान किया है। सरकार यदि उनकी मांगों को नहीं मानती तो बिजली बोर्ड के कर्मचारियों के समर्थन में संयुक्त कर्मचारी महासंघ भी मजबूरन सड़कों पर उतरेगा।
वहीं, कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार के दो साल से खाली चल रहे पदों को समाप्त करने वाली नोटिफिकेशन पर हैरानी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि इस नोटिफिकेशन के बाद प्रदेश में खाली चल रहे हजारों पद समाप्त हो जाएंगे।
वीरेंद्र चौहान ने कहा कि सीएम सुक्खू को अपने आसपास अच्छे सलाहकारों की टीम रखनी चाहिए और कर्मचारी नेताओं से भी वार्तालाप करना चाहिए, ताकि इस तरह की अधिसूचना करने के बाद स्वयं स्पष्टीकरण के लिए न आना पड़े।