शिमला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू का मीडिया स्पष्टीकरण आज थोड़ी देरी से हुआ, क्योंकि उनके पास बैक डेट की अधिसूचना हाथ नहीं आई थी।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विचित्र परिस्थितियां चल रही हैं। व्यवस्था परिवर्तन के बजाय व्यवस्था पतन का कार्य चल रहा है, ऐसा हिमाचल के इतिहास में पहली बार हुआ है, जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक अधिसूचना जारी होती है, फिर उसके ऊपर प्रतिक्रिया आती है। इसके बाद उसको बैक डेट में बदल दिया जाता है।
ऐसी ही नोटिफिकेशन हिमाचल प्रदेश में नौकरियां समाप्ति की भी हुई। वैसे तो नोटिफिकेशन 26 अक्टूबर की है पर इस नोटिफिकेशन को 23 अक्टूबर की डेट में बनाया गया।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पल-पल पलटू राम की सरकार चल रही है। अधिसूचनाओं पर लीपापोती कर ठीक करने का प्रयास लगातार बना हुआ है।
उन्होंने कहा कि जब चुनाव आए थे तो कांग्रेस पार्टी झूठी गारंटियों का प्रचार कर रही थी, उनके नेताओं ने कहा था कि हिमाचल प्रदेश में 5 लाख नौकरियां, 1 साल में एक लाख नौकरियां और 65000 खाली पदों को भरा जाएगा।
पर 2 साल का कार्यकाल समाप्त हो गया है इस सरकार ने सही आंकड़ों के मुताबिक एक भी नौकरी युवाओं को नहीं दी है। यह सरकार जीरो परफॉर्मेंस वाली सरकार है, कांग्रेस सरकार ने जो वादे किए थे उसके विपरीत ही काम चल रहा है।
नौकरी समाप्ति को लेकर अधिसूचना का हिमाचल प्रदेश में व्यापक असर होगा। इसके मुताबिक 1.50 लाख नौकरियां को समाप्त कर दिया है।
आप तो 2 साल में 2 लाख नौकरियां देने आए थे पर 1.50 लाख नौकरियां समाप्त कर दीं, अब आप केवल मात्र शब्दों के हेर फेर से जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में पूर्व की भाजपा सरकार के समय जो अधिसूचना हुई थी, उसमें किसी भी पद को समाप्त करने की बात की नहीं थी, उल्टा पदों को नियमित करने की बात की गई थी। उसमें नौकरियों को बढ़ावा देने की बात की गई थी।
जयराम ठाकुर ने कहा कि आप सच बोलना सीखें, आपकी सरकार में तो गलतियों के बिना काम होता ही नहीं है। अच्छा होता अगर आपने कैबिनेट रैंक के पद समाप्त किए होते।