तरनदीप सिंह/मंडी। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर बड़ा हमला बोला है। मंडी में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रदेश आर्थिक संकट से जूझ रहा है और इस बात को सीएम सुक्खू कई बार खुले मंच पर भी कह चुके हैं, लेकिन वो हमेशा अपने बयानों से पलटने का काम करते हैं।
कभी कहते हैं कि आर्थिक संकट है और कभी कहते हैं कि आर्थिक संकट नहीं है। यदि आर्थिक संकट नहीं है तो फिर हर महीने बोल-बोल कर और नई-नई तारीखें तय करके वेतन और पेंशन क्यों देने पड़ रहे हैं। इस बार केंद्र से जो मदद प्राप्त हुई है, उससे सीएम ने राहत की सांस ली है और अब एडवांस में सैलरी देने जा रहे हैं। पूरे देश में सैलरी देने के इस मॉडल को लेकर चर्चाएं हैं।
ये देश के ऐसे पहले मुख्या बन गए हैं, जो हर माह दी जाने वाली कर्मचारियों की सैलरी की भी घोषणा करते हैं, जैसे कोई बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली हो।
वहीं, हिमाचल में चल रहे रेलवे प्रोजेक्ट को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर निशाना साधा है। मंडी में मीडिया से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में चल रहे रेलवे प्रोजेक्ट में अपना शेयर न देने की चक्कर में प्रदेश सरकार जानबूझकर अड़ंगे डाल रही है, जिससे तेजी से तैयार हो रहे ये प्रोजेक्ट अब बंद होने के कगार पर आकर खड़े हो गए हैं।
एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल में रेलवे नेटवर्क को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं, जबकि दूसरी ओर प्रदेश की कांग्रेस सरकार ऐसा रवैया अपना रही है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेलवे लाइन को 75:25 अनुपात के तहत बनाया जा रहा है। इसमें 75 प्रतिशत भागीदारी केंद्र सरकार की, जबकि 25 प्रतिशत भागीदारी प्रदेश सरकार की है। प्रदेश सरकार अपनी भागीदारी का पैसा नहीं दे रही है।
इसका 1441 करोड़ रुपये रेलवे बोर्ड को देने को है। वहीं, दूसरी तरफ चंडीगढ़-बद्दी रेलवे लाइन को 50-50 प्रतिशत की भागीदारी में बनाया जा रहा है। इसका पैसा भी राज्य सरकार नहीं दे रही है।