शिमला। हिमाचल भाजपा प्रदेश प्रवक्ता चेतन बरागटा ने कहा कि ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) के नेता शोएब जमाई का यह कहना कि भारत का विशेष समुदाय हिमाचल प्रदेश के सेब न खरीदे बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
चेतन बरागटा ने शोएब जमाई के इस बयान की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि बागवान ऐसी धमकियों से डरने वाला नहीं है।
सेब बागवानी हमारे पूर्वजों द्वारा स्थापित किया गया उद्योग है, जो हमारी आर्थिकी का प्रमुख साधन है, जिसको चलाना और संभालना बागवान भली-भांति जानता है।
बरागटा ने कहा कि शोएब जमाई कान खोलकर सुन लें, बागवान अपनी मेहनत से अपनी मार्केट खुद बनाने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व भी शोएब जमाई शिमला संजौली अवैध मस्जिद में प्रवेश कर वीडियो बनाई थी और आज फिर से हिमाचल प्रदेश के बागवानों को धमकी दे रहा है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से निवेदन है कि इस विषय पर संज्ञान लें और इस व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें।
बरागटा ने कहा कि कुछ दिन पूर्व जागरा उत्सव, जो देव संस्कृति है, जो हमारी नाटी है, उसको बदनाम किया गया और जागरा उत्सव में नाटी करने वालों को हिन्दू आतंकवादी बोला गया, लेकिन शिमला जिला का काग्रेस नेतृत्व और यहां के मंत्री ने इस पर भी चुप्पी साधे रखी।
वह बागवानी पर कुछ नहीं बोलते, आज जब औवेसी की पार्टी के नेता ने बागवानों को धमकी दी है, उस पर भी वो चुप बैठे हैं। इससे एक बात स्पष्ट हो जाती है कि उनको बागवानों और बागवानों की परेशानियों से कोई लेना देना नहीं है।
ये सिर्फ चुनाव के समय में आकर जनता को अपनी चिकनी चुपड़ी बातों से लुभाने में माहिर हैं।
हालांकि, शोएब जमाई ने बाद में एक्स पहले (ट्वीटर) से हिमाचली सेब के बॉयकॉट से संबंधित पोस्ट डिलीट कर दी है।