हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में ISRO ने स्थापित किया एटमॉस्फेरिक लाइटनिंग डिटेक्शन सिस्टम
ewn24news choice of himachal 30 Nov,2023 2:40 pm
कुलपति प्रो. एसपी बंसल ने किया उद्घाटन
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (CU) के धौलाधार परिसर एक में वीरवार को इसरो (ISRO) हैदराबाद और हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में वायुमंडलीय तड़ित संसूचन प्रणाली (Atmospheric Lightning Detection System) का उद्घाटन कुलपति प्रो. एसपी बंसल ने किया।
इस मौके पर कुलपति ने कहा कि यह परियोजना इसरो-हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के सहयोग से प्रभावोत्पादक शोध की दिशा में एक मील का पत्थर है। आज इस वैश्विक परियोजना का हिस्सा बनना हमारे विश्वविद्यालय के लिए एक अनमोल क्षण है।
उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले इसरो (ISRO) ने यह निर्णय लिया था कि कुछ इस तरह के सिस्टम हिमालय रेंज में इंस्टॉल किए जाएंगे। खुशी इस बात की है कि इसरो ने हमारे केंद्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला में एटमॉस्फेरिक लाइटनिंग डिटेक्शन सिस्टम इंस्टॉल करने का फैसला लिया है।
पर्यावरण विज्ञान विभाग में कार्यरत प्रो. दीपक पंत के माध्यम से यह प्रोजेक्ट हमें मिला है। यह प्रोजेक्ट केवल एक-दो वर्ष के लिए नहीं बल्कि आने वाले 15-20 साल के लिए है।
जैसे, आपने अभी देखा होगा कि पहले कहीं-कहीं कुल्लू में बादल फटने की घटना सुनने को मिलती थीं, लेकिन इस वर्ष पूरा पर्यावरण असंतुलित हुआ था। उन्होंने कहा कि बादल फटने की घटना हमने शिमला, धर्मशाला, मंडी और सिरमौर के साथ-साथ देश के अन्य भागों में भी देखीं।
इस तरह के असंतुलन के कारण वातावरण में नाइट्रस ऑक्साइड का उत्पादन हो रहा है, उसके कारण ओजोन लेयर को क्षति हो रही है। इस सारी प्रक्रिया का अध्ययन करने के लिए यह सिस्टम यहां इंस्टॉल किया गया है।
यह पूरे विश्व स्तर का डाटा इकट्ठा करेगा। इस तरह की कुछ रिसर्च पहले से भी हो रही है और आगे भी हम इसमें आगे बढ़ेंगे, जिससे इसके कारणों का पता लग सके।
इसके साथ, अगर कोई ऐसी संभावनाएं बनेंगी और हमें लगेगा इस तरह का आगे आने वाले समय में और असंतुलन होने वाला है तो उसके लिए इसरो के साथ मिलकर पहले से सावधानियां सुझाई जाएंगी, इसरो के साथ मिलकर काम भी किया जाएगा।
मैं प्रो. दीपक पंत और उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूं। यह जो सिस्टम इंस्टॉल होने जा रहा है, बहुत लाभदायक होगा न केवल हिमाचल के लिए बल्कि पूरे देश की हिमालयन रेंज के लिए।
इस मौके पर उनके साथ प्रो. प्रदीप कुमार अधिष्ठाता अकादमिक, प्रो. राजेश कुमार, विभागाध्यक्ष और अधिष्ठाता, भौतिकी एवं पदार्थ विज्ञान सकूल, प्रो. ओएसकेएस शास्त्री, निदेशक इनक्यूबेशन सेंटर (उद्भव केंद्र), प्रो. दीपक पंत, इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल के अध्यक्ष, परिसर निदेशक प्रो. मनोज कुमार सक्सेना कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे। इस मौके पर इसरो साइट से डॉ. आलोक ताओरी भी ऑनलाइन माध्यम से मौजूद रहे।