विक्रमादित्य बोले- जल्द जाएंगे मंडी, 3 अप्रैल को बैठक में बनाएंगे आगामी रणनीति
ewn24news choice of himachal 30 Mar,2024 6:48 pm
फ्रंटल ऑर्गनाइजेशन की बैठक ली जाएगी
शिमला। पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भाजपा पर भी जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक वॉशिंग मशीन की तरह काम कर रही है। कोई भी नेता जब भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाता है, तब वह पूरी तरीके से साफ छवि वाला बन जाता है।
अगले ही दिन उसके सभी केस भी खत्म कर दिए जाते हैं। विक्रमादित्य सिंह ने दावा किया कि कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ लोकसभा चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की चारों लोकसभा सीट के साथ सभी छह उपचुनाव में कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ने वाली है। विक्रमादित्य सिंह शिमला में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में टिकट वितरण को बैठक होगी। उन्हें मंडी संसदीय क्षेत्र के प्रभारी की जिम्मेदारी दी है, जल्द मंडी जाएंगे और फ्रंटल ऑर्गनाइजेशन की बैठक ली जाएगी। 3 अप्रैल को बैठक की जाएगी। इसमें मंडी संसदीय क्षेत्र को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी।
वहीं, विक्रमादित्य ने कहा कि विधायकों ने जो किया ये दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा के विधायकों के राजनीतिक भविष्य को दबाने से भाजपा में विरोध की चिंगारी देखने को मिल रही है। प्रदेश में ऐसी राजनीतिक अवसरवादिता पहली बार देखी गई है। इसका जवाब जनता उपचुनाव में देगी।
कांग्रेस सरकार सीएम सुक्खू के नेतृत्व पांच साल चलेगी। विक्रमादित्य ने कहा कि जयराम हर मंच पर कहते रहते हैं कि चार जून को केंद्र और प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनेगी, ये उसी तरह है, जैसे जयराम सीएम बनने पर कहते थे कि वह 25 साल तक सीएम रहेंगे। ये मुंगेरी लाल के हसीन सपने हैं, जो कभी पूरे नहीं होंगे।
हिमाचल पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने एक बार फिर कंगना रनौत की उम्मीदवारी को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि कंगना रनौत हमारी बड़ी बहन हैं और मैं उनका सम्मान करता हूं, लेकिन चुनाव में उनसे यह पूछा जाएगा कि सदी की सबसे बड़ी आपदा के दौरान वे कहां थीं? क्या वे एक भी बार प्रभावितों से मुलाकात करने के लिए आई थीं? बेटी सिर्फ चुनाव के वक्त की ही बेटी नहीं होती। कंगना रनौत को इन बातों का जवाब देना होगा।
हिमाचल की मदद के समय उनका सर्वर डाउन हो गया था। पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने आपदा के दौरान बेहतरीन काम करके दिखाया। केंद्र सरकार से राज्य सरकार को कोई सहयोग नहीं मिला। बावजूद इसके राज्य सरकार ने आपदा प्रभावितों के लिए 4500 करोड़ रुपए का राहत पैकेज जारी किया।