हिमाचल सरकार ने डिनोटिफाई किए 19 कॉलेज, 286 मिडिल-हाई व सेकेंडरी स्कूल
ewn24news choice of himachal 10 Mar,2023 10:27 pm
शिमला। हिमाचल सरकार ने जीरो या कम स्टूडेंट वाले कॉलेजों पर ताला जड़ दिया है। हिमाचल सरकार ने शुक्रवार को 19 कॉलेज डिनोटिफाई कर दिए हैं। इनका स्टाफ दूसरे कॉलेजों के लिए शिफ्ट कर दिया गया है। इसी के साथ 1 अप्रैल, 2022 के बाद अपग्रेड किए गए 286 मिडिल, हाई और सेकेंडरी स्कूल डिनोटिफाई कर दिए हैं।
शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने इन संस्थानों को डिनोटिफाई किया है। अपग्रेडेड स्कूलों से भी स्टाफ हटाकर दूसरी जगह एडजस्ट किया गया है। डिनोटिफाइ किए गए स्कूल व कॉलेज पूर्व जयराम सरकार ने चुनाव से कुछ महीने पहले खोले या अपग्रेड किए थे।
बंद किए गए कॉलेज में बिलासपुर के स्वारघाट और बल्हसीना में 20-20 छात्र पंजीकृत थे। चंबा के मसरूंड में 28 छात्र, हमीरपुर के गेलोर में 10 छात्र व लमड़ू में जीरो (0), कांगड़ा के ब्रांडा कॉलेज में 6, कोटला में 1 छात्र, रिरकमर में 61 और चड़ियार में 12 छात्र पंजीकृत थे।
इसी तरह पूर्व CM के गृह जिले मंडी में पांगणा कॉलेज में जीरो, पंडोह में 21 छात्र, बागा-चणोगी कॉलेज में 3, शिमला जिले में जलोग में जीरो, सिंगला जीरो, सिरमौर के सतौन में 5 छात्र, सोलन के ममलीग में 5, चंडी में जीरो व ब्रूणा में 35 और कुल्लू के संस्कृत कॉलेज जगतसुख में 4 स्टूडेंट पंजीकृत थे।
शिक्षा विभाग द्वारा तैयार रिपोर्ट के अनुसार, जयराम सरकार ने आखिरी के नौ महीने में कुल 23 डिग्री कॉलेजों को खोले थे। इनमें 5 कॉलेजों में एक भी छात्र-छात्रा ने एडमिशन नहीं लिया। 13 डिग्री कॉलेजों में भी 35 से कम छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे। इसे देखते हुए सरकार ने इन्हें बंद कर दिया है। बंद किए गए कॉलेज में एक संस्कृत कॉलेज भी शामिल है।