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कांगड़ा: शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने डे बोर्डिंग स्कूलों के लिए किया भूमि का निरीक्षण

ewn24news choice of himachal 23 May,2023 8:29 pm

    कृषि मंत्री चंद्र कुमार, विधायक भवानी पठानिया भी रहे साथ

    ऋषि महाजन/नूरपुर। राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल के निर्माण से पूरे देश में उत्कृष्ट सरकारी स्कूलों का एक सफल मॉडल विकसित होगा। जिला कांगड़ा के दौरे पर पहुंचे शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज जिले के विभिन्न क्षेत्रों में डे-बोर्डिंग स्कूलों के लिए चिन्हित जमीन का निरीक्षण करते हुए यह शब्द कहे।
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    इस दौरान कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार, विधायक फतेहपुर भवानी पठानिया और विधायक शाहपुर केवल सिंह पठानिया भी साथ रहे। रोहित ठाकुर ने आज जवाली विधानसभा के ठंगर, शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के डोहब और फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के मंजार में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल के लिए चयनित भूमि का निरीक्षण किया।
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    उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सुक्खू के निर्देशानुसार वे जिला कांगड़ा में डे-बोर्डिंग स्कूलों के निर्माण के लिए चयनित भूमि के निरीक्षण के लिए दौरे पर आए हैं। उन्होंने बताया कि जवाली विधानसभा के अंतर्गत ठंगर में लगभग 53 कनाल और शाहपुर के डोहब में लगभग 76 कनाल भूमि डे-बोर्डिंग स्कूल के निर्माण के लिए चिन्हित कर ली गई है। उन्होंने बताया कि इन दोनों स्थानों में बहुत जल्द निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
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    वहीं फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के मंजार में डे-बोर्डिंग स्कूल के निर्माण के लिए लगभग 80 कनाल भूमि उन्होंने आज देखी। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग के नाम होने के बाद यहां भी डे-बोर्डिंग स्कूल का निर्माण शुरु कर दिया जाएगा।

    रोहित ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश के बच्चों के लिए शिक्षा के उत्कृष्ठ केंद्र विकसित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा में बनने वाला डे-बोर्डिंग स्कूल विश्वस्तरीय व्यवस्थाओं से लैस होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेशानुसार लगभग 100 कनाल भूमि पर इन स्कूलों का निर्माण किया जाएगा।
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    उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में इन स्कूलों में पांचवी कक्षा तक पढ़ाई करवाई जाएगी। उसके बाद चरणबद्ध तरीके से इन्हें बारहवीं कक्षा तक स्तरौन्नयन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को हर सुविधा उपलब्ध हो इसलिए इनका निर्माण जिला या उपमंडल मुख्यालय के 5 किलोमीटर रेडियस में किया जाएगा।

    उन्होंने बताया कि इन स्कूलों में आईसीटी सहित सभी आधुनिक तकनीकों के जरिए विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इनका भौतिक इंफ्रास्ट्रक्चर भी अत्याधुनिक होगा। रोहित ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री का ध्येय है कि बच्चे स्कूल में शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी निपुण हों। उन्होंने कहा कि इस हेतु इन डे-बोर्डिंग स्कूलों में कुल क्षेत्र का लगभग एक तिहाई हिस्सा खेल गतिविधियों और खेल इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए उपयोग किया जाएगा।

    शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने इससे पूर्व राजकीय महिला बहुतकनीकी रैहन में विभिन्न प्रतिनिधि मंडलों से भेंट की। इस दौरान राजकीय महिला बहुतकनीकी रैहन, वजीर रामसिंह पठानिया कॉलेज देहरी, पीटीए सहित विभिन्न प्रतिनिधि मंडलों ने उनके समक्ष अपनी मांगे रखी। शिक्षा मंत्री ने सभी प्रतिनिधि मंडलों की समस्याओं को सहानुभूति पूर्वक सुनते हुए, उनके समाधान का आश्वासन दिया।
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    उन्होंने कहा कि प्रदेश में केवल दो ही राजकीय महिला बहुतकनीकी संस्थान हैं। जिनमें एक राजकीय महिला बहुतकनीकी रैहन और दूसरा कंडाघाट में स्थित है। उन्होंने कहा कि लगभग 42 करोड़ की लागत से बना यह संस्थान प्रदेश के महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थानों में से एक है। उन्होंने कहा कि इस संस्थान में न केवल हिमाचल बल्कि पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तराखंड जैसे पड़ोसी राज्यों के बच्चे भी शिक्षा ग्रहण करते हैं।



    उन्होंने कहा हिमाचल सहित पड़ोसी राज्यों की बेटियों की शिक्षा के लिए एक अच्छा संस्थान विकसित हो इसके लिए हर संभव प्रयास सरकार द्वारा किए जाएंगे। उन्होंने संस्थान में बी. फार्मेसी शुरू करने, छात्राओं के लिए होस्टल सुविधा उपलब्ध करवाने के साथ-साथ इसके स्तरोन्नयन की मांग पर गंभीरता पूर्वक कार्य करने की बात कही।



    वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का जीवन भारत की वीरता और साहस का परिचायक है। फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में मंगलवार को महाराणा प्रताप जयंती के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने यह शब्द कहे।

     


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