पहली बार हुआ धन्यवाद प्रस्ताव के लिए विपक्ष मौजूद न हो
धर्मशाला। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन समाप्त हुआ और ये सत्र तीन दिन तक चला। अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद नई रस्म के रूप में सत्र आता है और आज राज्यपाल के अभिभाषण की चर्चा के बाद शीतकालीन सत्र की समाप्ति हो गई है।
उन्होंने इस दौरान विपक्ष के रवैये पर सवाल उठाए। कहा कि लोकतंत्र में किसी भी पार्टी की लोकप्रियता का पैमाना चुनाव होता है और आप चुनाव हार चुके हैं। जनता के जनादेश को स्वीकार करें। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र के अंतिम दिन विपक्ष ने जो किया है, इससे सारी रिवायतें तोड़ दी हैं। हम भी पांच साल विपक्ष में थे।
अगर जनता ने आपको विपक्ष में भेजा है तो उसका सम्मान करते हुए जो रस्में हैं, उसकी अदायगी होनी चाहिए। ऐसा कभी नहीं हुआ की धन्यवाद प्रस्ताव के लिए विपक्ष मौजूद न हो। हिमाचल प्रदेश की 14 वीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि विपक्ष को गुस्सा इस बात का है कि उनसे सत्ता छिन गई है। उन्होंने कहा कि अगर हम चाहते तो इस अभिभाषण में पांच साल के इनके कच्चे चिट्ठों का समावेश भी कर देते, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया। क्योंकि हमें विकास की राजनीति करनी है।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जाती सरकार में 900 संस्थान खोले गए और कोई भी बजट का प्रावधान नहीं किया। जहां भी जाते रहे घोषणाएं करते रहे। सत्ता हासिल करने के लिए भाजपा वालों ने सब कुछ किया, लेकिन फिर भी सत्ता में वापस नहीं आ पाए।