देहरा। देहरा में विधानसभा उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं तथा पोलिंग पार्टियां ने अपने-अपने बूथों पर पहुंच कर मोर्चा संभाल लिया है। रिटर्निंग अधिकारी व एसडीएम देहरा शिल्पी बेक्टा ने बताया कि देहरा विधानसभा उपचुनाव को लेकर निर्वाचन क्षेत्र में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान करवाने के लिए प्रशासन ने काई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
उन्होंने बताया कि देहरा विधानसभा उपचुनाव में मतदाताओं की सुविधा के लिए हर आवश्यक प्रबंध किए गए हैं तथा मतदान कर्मी अपने-अपने क्षेत्रों में पहुंच गए हैं।
रिटर्निंग अधिकारी ने बताया कि देहरा विधानसभा उपचुनाव के लिए 10 जुलाई को जून सुबह 5ः30 बजे मॉक पोलिंग शुरू कर दी जाएगी। उसके बाद 7 बजे से शाम 6 बजे तक लोग मतदान केंद्रों में जाकर अपना वोट डाल सकते हैं।
उन्होंने बताया कि शाम 6 बजे वोटिंग समाप्त होने के बाद सारी मतदान सामग्री को पूरी सुरक्षा और पारदर्शिता के साथ ढलियारा कॉलेज में बने स्ट्रांग रूम में पहुंचाया जाएगा।
देहरा विधानसभा क्षेत्र में कुल 86520 मतदाता अपना विधायक चुनने के लिए वोट डालेंगे। इनमें 42633 महिला और 43887 पुरूष मतदाता हैं। इन मतदाताओं में 1826 सर्विस वोटर्स भी शामिल हैं।
इन चुनावों में पहली मर्तबा वोट डालने वाले 18 से 19 वर्ष के मतदाताओं की संख्या 2047 है, इनमें 936 युवतियां और 1111 युवक हैं। वहीं दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 555 तथा 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग मतदाता 1487 हैं। बुजुर्ग मतदाताओं में भी 38 मतदाता ऐसे हैं जो 100 वर्ष से अधिक आयु के हैं।
रिटर्निंग ऑफिसर के अनुसार देहरा में 2042 बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं में से 889 ने फॉर्म 12 (डी) के माध्यम से होम वोटिंग का विकल्प चुना था।
देहरा में निर्वाचन आयोग की दस टीमों ने 29 जून से 6 जुलाई तक होम वोटिंग का अभियान चलाया और 96 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं का वोट डलवा कर नया कीर्तिमान रचा। इस दौरान 858 मतदाताओं ने होम वोटिंग का लाभ उठाया है, जिनमें 737 बुजुर्ग और 121 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं।
देहरा विधानसभा उपचुनाव के लिए पांच प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। 10 जुलाई को होने वाले मतदान में दो मुख्य दलों के प्रत्याशियों सहित तीन निर्दलीय उम्मीदवार जनता दरबार में अपना भाग्य अजमाएंगे। देहरा में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों में कांग्रेस की कमलेश ठाकुर, भाजपा के होशयार सिंह सहित तीन निर्दलीय प्रत्याशी सुलेखा देवी, अरूण अंकेश स्याल और संजय शर्मा शामिल हैं।
देहरा विधानसभा क्षेत्र में उपचुनावों में वोट डालने के लिए कुल 100 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 98 सामान्य और दो क्रिटिकल पोलिंग स्टेशन है। देहरा-1 और ढलियारा-2 मतदान केंद्रों को क्रिटिकल पोलिंग स्टेशन की श्रेणी में रखा गया है।
रिटर्निंग अधिकारी ने बताया कि देहरा निर्वाचन क्षेत्र में मतदान प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए 86 स्थानों और 100 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग भी प्रस्तावित है।
शिल्पी ने बताया कि देहरा निर्वाचन क्षेत्र में तीन आदर्श मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें 16-भटेहड़, 41-खैरियां और 50-खबली शामिल हैं। उन्होंने बताया कि देहरा में एक पोलिंग स्टेशन, 84-बीहण-2 युवाओं द्वारा तथा दो पोलिंग स्टेशन 54-जखूणी और 67-देहरा-3 महिला कर्मचारियों द्वारा संचालित होंगे।
देहरा विधानसभा क्षेत्र के 63-ध्वाला मतदान कंेद्र में सर्वाधिक 1345 मतदाता हैं। 1200 से अधिक वोटर्स वाले मतदान केंद्रों में करियाड़ा-2 में 1268, पाईसा-2 में 1235, रजोल में 1215, नन्दपुर भटोली-1 में 1216 और हरिपुर-1 में 1203 मतदाता हैं। वहीं मतदान केंद्र लुदरेट-1 में सबसे कम 247 मतदाता वोट डालेंगे। इसके बाद मसोट में 307, धार में 347, भयाल में 374 और थला मतदान केंद्र पर 386 मतदाता हैं।
देहरा विधानसभा उपचुनावों को सफलतापूर्वक सम्पन्न करवाने के लिए लगभग 600 कर्मचारी चुनावी ड्यूटी पर तैनात है। एसडीएम ने बताया कि मतदान प्रक्रिया के लिए देहरा निर्वाचन क्षेत्र में दो सेक्टर मजिस्ट्रेट और 10 सेक्टर ऑफिसर तैनात किए गए हैं। दस बूथ पर्यवेक्षक तथा 100 बीएलओ भी मौके पर तैनात हैं।
चुनाव कर्मियों के प्रशिक्षण एवं पूर्वाभ्यास का कार्य किया जा चुका है और पोलिंग पार्टियां अपने-अपने मतदान केंद्रों के लिए रवाना कर दी गई हैं। पोलिंग पार्टियों में 500 के करीब कर्मचारी चुनावी ड्यूटी पर लगाए गए हैं। इनमें सौ पीठासीन अधिकारी, दो सौ मतदान अधिकारी और 100 सहायक पीठासीन अधिकारी हैं। इनके अलावा रिसर्व में भी कुछ कर्मचारी रखे गए हैं।
डीएसपी देहरा अनिल कुमार ने बताया कि देहरा विधानसभा उपचुनाव के लिए सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा कर्मियों द्वारा निरंतर फ्लैग मार्च निकालकर निर्भय होकर मतदान करने का संदेश दिया गया है। बकौल डीएसपी, देहरा में 200 जवान मतदान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेंगे।
प्रत्येक सामान्य पोलिंग स्टेशन पर दो सुरक्षाकर्मी मोर्चे पर होंगे जबकि क्रिटिकल पोलिंग स्टेशन पर 4 सुरक्षाकर्मी सुरक्षा व्यवस्था देखेंगे। उन्होंने बताया कि क्रिटिकल पोलिंग स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान तैनात होंगे।