देहरा। विधानसभा उपचुनावों में अधिक से अधिक मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए निर्वाचन आयोग ने इस बार कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
देहरा विधानसभा उपचुनावों में घर से मतदान का विकल्प चुनने वाले 889 पात्र मतदाताओं में से 858 ने अपना वोट डाल दिया है। इनमें 737 बुजुर्ग और 121 दिव्यांग मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग करते हुए पूरी गोपनीयता के साथ घरों से अपना वोट डाला।
रिटर्निंग अधिकारी व एसडीएम देहरा शिल्पी बेक्टा ने बताया कि 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले दिव्यांग मतदाताओं के लिए निर्वाचन आयोग ने होम वोटिंग का विकल्प दिया था।
देहरा में घर से मतदान का विकल्प चुनने वाले 889 पात्र मतदाताओं के लिए निर्वाचन आयोग की दस टीमों ने घर-घर दस्तक दी।
इस दौरान चुनावी दलों ने बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के घर-द्वार पर जाकर पूरी गोपनियता से मतदान प्रक्रिया को सम्पन्न करवाया गया। इस अभियान में मात्र 8 दिनों में देहरा विधानसभा क्षेत्र के 96 प्रतिशत से अधिक पात्र मतदाताओं ने विधानसभा उपचुनाव के लिए अपना वोट डाला।
99 प्रतिशत बुजुर्ग मतदाताओं ने डाला वोट
देहरा में घर से मतदान करने वालों में सबसे अधिक संख्या 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग मतदाताओं की है। यहां 99 प्रतिशत से भी अधिक बुजुर्ग मतदाताओं ने घर से मतदान किया है। देहरा में निर्वाचन आयोग की टीमों ने 742 पात्र बुजुर्ग मतदाताओं में से 737 का वोट डलवाया।
रिटर्निंग अधिकारी के मुताबिक देहरा में होम वोटिंग के दौरान बुजुर्ग मतदाताओं में खासा उत्साह देखने को मिला। यहां 85 वर्ष की आयु के अनेक मतदाताओं से लेकर 107 वर्ष के मिल्खी राम तक ने अपने मत का उपयोग किया।
वहीं, देहरा विधानसभा उपचुनाव में होम वोटिंग के लिए पात्र 147 दिव्यांग मतदाताओं में से 121 ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। देहरा के बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने होम वोटिंग के दौरान निर्वाचन आयोग द्वारा की गई व्यवस्थाओं की प्रशंसा की।
उन्होंने आयोग के प्रयासों की सराहना करते हुए आम जनमानस को भी 10 जुलाई को अपने घरों से निकल कर बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील की।
गोपनीयता और पारदर्शिता का रखा पूरा ख्याल
29 जून से 6 जुलाई तक चले इस अभियान में मतदान पार्टियों द्वारा गोपनीयता और पारदर्शिता का पूरा ख्याल रखा गया। बकौल रिटर्निंग अधिकारी, होम वोटिंग की पूरी प्रक्रिया को चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों के अनुरूप सम्पन्न करवाया गया। होम वोटिंग के लिए जाने वाली प्रत्येक टीम में एक मतदान अधिकारी, माइक्रो आब्जर्वर तथा सेक्टर अधिकारी के साथ-साथ संबंधित मतदान केंद्र के बीएलओ भी मौजूद रहे।
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वहीं, होम वोटिंग के दौरान सुरक्षा की जिम्मेदारी इस बार महिला सुरक्षाकर्मियों ने संभाली। इन टीमों के पास डाक मतपत्र, सभी आवश्यक फार्म, वोटिंग कंपार्टमेंट और मतपेटियां उपलब्ध थीं। इस अवधि में पारदर्शिता सुनिश्चित बनाने को पोस्टल बैलेट मतदान की तमाम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की गई।
पोलिंग बूथों में भी होंगे पुख्ता इंतजाम
रिटर्निंग अधिकारी शिल्पी बेक्टा ने बताया कि 10 जुलाई को वोटिंग के दिन भी देहरा निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्येक मतदान केंद्र में बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। प्रशासन ने इसे लेकर पुख्ता प्रबंध किए हैं।
यहां बुजुर्गों, महिलाओं व दिव्यांगों की सुविधा के लिए मतदान केन्द्रों में रैंप, व्हीलचेयर, शौचालय, पेयजल, बैठने की उचित व्यवस्था जैसे प्रबंध किए गए हैं। मतदाताओं की सहायता के लिए पोलिंग बूथ पर एनएसएस स्वयंसेवी भी सेवा में रहेंगे।