शिमला। हिमाचल में इस बार मानसून सामान्य रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की अपडेट के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून मौसमी (जून से सितंबर) बारिश उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य होने की सबसे अधिक संभावना है, जिसमें हिमाचल प्रदेश भी शामिल है। यह एलपीए का 92-108 प्रतिशत होगी।
जून, 2024 के दौरान पूरे देश में सामान्य वर्षा (एलपीए का 92-108 प्रतिशत) होने की संभावना है। उत्तर पश्चिम भारत के अलग-अलग इलाकों में सामान्य से अधिक मासिक वर्षा होने की संभावना है। उत्तर पश्चिम भारत के उत्तरी और पूर्वी तथा पूर्वी हिस्सों के कई इलाकों में सामान्य से कम वर्षा होने की संभावना है।
वहीं, जून में देश के अधिकांश हिस्सों में मासिक अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। उत्तर पश्चिम भारत के चरम उत्तरी भागों को छोड़कर, जहां सामान्य से सामान्य से नीचे न्यूनतम तापमान होने की संभावना है। देश के अधिकांश हिस्सों में मासिक न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश में दक्षिण पश्चिम मानसून में सामान्य वर्षा (1971-2020) 734.4 मिलीमीटर है। वहीं, जून में सामान्य बारिश 101.1 मिलीमीटर है। हिमाचल में मानसून सीजन में नॉर्मल बारिश की बात करें तो बिलासपुर में 819.1, चंबा में 853.4, हमीरपुर में 973.2, कांगड़ा में 1622.4, किन्नौर में 247.8, कुल्लू में 548, लाहौल स्पीति में 382.9, मंडी में 1097.5, शिमला में 627.5, सिरमौर में 1183.8, सोलन में 874.3 और ऊना में 953 मिलीमीटर है।
बता दें कि पिछली बरसात में हिमाचल में बारिश ने खूब कहर बरपाया था। कई घर धराशायी हो गए थे। सड़कें और पुल टूट गए थे। कहीं कहीं पर तो सड़कों का नामोनिशान ही मिट गया था। आपदा में कई लोगों ने जान गंवाई थी। हिमाचल को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ था।
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