शिमला। जिला कांगड़ा के कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर की जमीन को पर्यटन गांव के लिए हस्तांतरण करने का विरोध हो रहा है। कृषि विश्वविद्यालय के छात्र और शिक्षकों के विरोध के बाद अब एबीवीपी ने भी विरोध जताया है।
एबीवीपी ने सरकार को चेताया है कि अगर विश्वविद्यालय की भूमि को लेने का फैसला नहीं बदला जाता तो सरकार के नुमाइंदों का विश्वविद्यालय में प्रवेश करना प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।
एबीवीपी के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि प्रदेश सरकार विश्वविद्यालय की 112 हेक्टेयर भूमि को पर्यटन गांव के लिए हस्तांतरित करने जा रही है, जिसका लगातार विरोध किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा को पर्यटन की राजधानी बनाना स्वागत योग्य है, लेकिन इसकी एवज में पालमपुर में टूरिज्म विलेज के लिए कृषि विश्वविद्यालय की 112 हेक्टेयर भूमि लेने का निर्णय पूरी तरह से गलत है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की भूमि का उपयोग छात्रों की अनुसंधान गतिविधियों के लिए किया जाना चाहिए। आकाश नेगी ने कहा कि जब तक सरकार इस निर्णय को वापस नहीं ले लेती है, विद्यार्थी परिषद अपना आंदोलन जारी रखेगा। अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो सरकार की किसी भी प्रतिनिधि को कृषि विश्वविद्यालय में घुसने नहीं दिया जाएगा।
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