शिमला। सुक्खू सरकार अपने कृत्यों से हीन भावना में ग्रस्त है और विपक्ष के सवालों के जवाब देने की सरकार में हिम्मत नहीं है तभी पहली बार विधान सभा सत्र को छोटा रखा गया है लेकिन विपक्ष चार दिन में भी मजबूती से जनता के मुद्दों को सदन में उठाएगा।
सरकार ने दो साल में जश्न मनाने वाला कोई काम नहीं किया फिर क्या कांग्रेस कार्यकारिणी भंग होने का सीएम सुक्खू जश्न मना रहे हैं? यह बात शिमला में भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
सुक्खू सरकार के दो साल के कार्यकाल के जश्न और विधान सभा सत्र को लेकर सवाल उठाते हुए रणधीर शर्मा ने कहा कि विधान सभा अध्यक्ष का पद संवैधानिक है और उसका विपक्ष भी सम्मान करता है लेकिन विधान सभा अध्यक्ष के बयान ठीक नहीं है।
नौ विधायकों की शिकायत पर कल ही विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि इस पर निर्णय आयेगा। मॉनसून सत्र में क्यों कारवाई नहीं की गई लेकिन अब जब सीपीएस मामले में सरकार के खिलाफ हाई कोर्ट का निर्णय आया है तो विधान सभा अध्यक्ष भाजपा के 9 विधायक पर कारवाई की बात कर रहे हैं।
विधान सभा के अध्यक्ष अपने पद की गरिमा बनाए रखें और सरकार की कठपुतली पद को नहीं बनाएगी। कानून से ऊपर खुद को समझने की भूल न करें। विधान सभा अध्यक्ष अगर भाजपा के विधायकों को लेकर फैसला लेते हैं तो भाजपा हर स्तर पर उसका मुकाबला करने को तैयार है।
वहीं, रणधीर शर्मा ने कहा कि सरकार दो साल के कार्यकाल का जश्न मनाने जा रहे हैं लेकिन किस बात जश्न मनाया जा रहा है इसको लेकर सरकार के पास जवाब नहीं है। हिमाचल की देश दुनियां में बदनामी का सरकार जश्न मनाने जा रही है। कानून व्यवस्था की हालत खराब है।
एक भी गारंटी पूरी नहीं हुई है। क्या कांग्रेस की कार्यकारिणी भंग करने का मुख्यमंत्री जश्न मनाने जा रही है इसके अलावा सीएम के पास कोई उपलब्धि नहीं है। भाजपा सरकार के जनविरोधी निर्णयों को लेकर जनता के बीच में जाएगी और सरकार की कार गुजारियों का पर्दाफाश किया जाएगा।