श्रद्धा हत्याकांड : हिमाचल सहित पांच राज्यों तक पहुंच चुकी जांच की आंच
ewn24news choice of himachal 21 Nov,2022 1:27 pm
कांगड़ा के बीड और कुल्लू की तोष घाटी में खंगाला गया रिकॉर्ड
कांगड़ा/मनाली। श्रद्धा हत्याकांड दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बना है। एक तरफ जहां पुलिस के लिए सबूत जुटाना एक चेलेंज है, वहीं श्रद्धा के शरीर के बचे टुकड़ों को ढूंढना भी चुनौती है। श्रद्धा हत्याकांड की आंच हिमाचल सहित पांच राज्यों तक पहुंच चुकी है।
दिल्ली में पुलिस जहां श्रद्धा के शरीर के टुकड़ों इकट्ठा कर रही, आफताब से लगातार पूछताछ जारी है और क्राइम सीन को खंगाल रही है। वहीं, हिमाचल, मुंबई, गुरुग्राम व देहरादून में सबूत जुटाए जा रहे हैं।
श्रद्धा वॉल्कर और आफताब अमीन पूनावाला हिमाचल के कुल्लू और कांगड़ा जिला में घूमने आ चुके हैं। इसके चलते हिमाचल तक भी जांच की आंच पहुंची है। बिगत दिनों दिल्ली पुलिस की तीन सदस्यीय टीम कांगड़ा जिला के बीड और कुल्लू जिले के मणिकर्ण की तोष घाटी पहुंची थी। आफताब और श्रद्धा अप्रैल में बीड़ और तोष में घूमने आए थे।
6 और 7 अप्रैल को आफताब और श्रद्धा तोष स्थित एक गेस्ट हाउस में रुके थे। उन्होंने ऑनलाइन बुकिंग कर व्हाइट लोटस गेस्ट हाउस की एक कैंपिंग साइट बुक करवाई थी। दिल्ली पुलिस ने आधे घंटे तक गेस्ट हाउस के संचालकों से पूछताछ कर उनके बयान लिए और रिकॉर्ड भी खंगाला। जिस गेस्ट हाउस में ये दोनों रुके थे वहां के रजिस्टर में उनकी एंट्री नहीं थी।
गेस्ट हाउस संचालक कमली राम और नरेंद्र ने पूछताछ में बताया कि आफताब और श्रद्धा कपल बनकर यहां आए थे। ऑनलाइन बुकिंग के जरिये वे 6 अप्रैल शाम को यहां पहुंचे। अगले दिन दोनों तोष गांव के साथ ही कुटला में एक कैंपिंग साइट में रुके थे। उन्होंने इसकी पेमेंट गूगल पे से की।
नरेंद्र ने बताया कि आफताब का व्यवहार सामान्य था। उन्हें ऐसा नहीं लगा कि वह किसी की हत्या भी कर सकता है। पुलिस ने आफताब की आधार कार्ड की कॉपी को भी कब्जे में लिया है, जिससे उसने ऑनलाइन बुकिंग करवाई थी।
नरेंद्र कुमार ने बताया कि उन्होंने गेस्ट हाउस चलाने के लिए मुंबई के दो युवकों को दे रखा था। हालांकि, पहले ये युवक तोष में ही एक अन्य होटल में काम करते थे। गेस्ट हाउस में काम करने वाले दोनों युवक भी आफताब और श्रद्धा के दोस्त थे और उनके जरिये ही वह ऑनलाइन बुकिंग कर सैर सपाटे के लिए पहुंचे थे।
गेस्ट हाउस मालिक ने समीर और जैन नाम के युवकों को उन्होंने दो माह तक यहां का जिम्मा सौंपा था। इस दौरान यही दोनों बुकिंग भी और कुकिंग भी करते थे। दिल्ली पुलिस ने तोष पहुंचकर गेस्ट हाउस का रिकॉर्ड जब्त कर लिया है। समीर और जैन ने ही आफताब और श्रद्धा को डील किया था। इस दौरान आफताब और श्रद्धा का आपस में व्यवहार कैसा था, यह इन युवकों के अलावा किसी और को पता नहीं होगा।
गेस्ट हाउस मालिक कमल चंद और स्थानीय पंचायत उपप्रधान लुदर चंद ने बताया कि समीर और जैन अप्रैल के शुरू में ही उनके गेस्ट हाउस में काम करने के लिए आए थे और दोनों ने पूरे गेस्ट हाउस का कामकाज संभाला था। एक माह तक काम करने के बाद समीर अपनी बहन की शादी की बात कह कर मई में घर लौट गया था, जबकि जैन जून में मुंबई वापस चला गया।
उपप्रधान ने बताया कि आशंका है कि आफताब और श्रद्धा समीर और जैन के जरिये ही यहां पहुंचे होंगे। वे आपस में एक-दूसरे को जानते होंगे। यही कारण है कि युवकों ने दोनों का पंजीकरण भी गेस्ट हाउस के रजिस्टर में नहीं किया। अब दिल्ली पुलिस इन दोनों युवकों से पूछताछ करेगी। दिल्ली पुलिस तोष के बाद मनाली के वशिष्ठ गई। ये दोनों वहां भी ठहरे थे। वशिष्ठ में भी पुलिस ने पूछताछ के बाद रिकॉर्ड लिया।