ऋषि महाजन/फतेहपुर। कांगड़ा जिला के फतेहपुर उपमंडल की पंचायत खटियाड़ में पौंग बांध के किनारे बना अटल बिहारी बाजपेयी क्षेत्रीय जल क्रीड़ा केंद्र आज अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। कभी प्रशिक्षुओं से गूंजने वाला यह भवन अब जर्जर हालत में है और टूटते छज्जे किसी बड़े हादसे की चेतावनी दे रहे हैं।
फतेहपुर के खटियाड़ में स्थित यह संस्थान पूरे भारत का इकलौता सरकारी केंद्र है, जहां छात्र, एनसीसी कैडेट्स, सेना, बीएसएफ और वायुसेना के जवान जल सुरक्षा, तैराकी और आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण लेते हैं। लेकिन, आज यह भवन टूटती दीवारों, गिरी हुई ईंटों और जर्जर छज्जों के बीच अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है।
प्रदेश सरकार को हर साल करोड़ों रुपये का राजस्व देने वाले इस संस्थान के भवन और छात्रावास की दीवारों में गहरी दरारें हैं, खिड़कियों का प्लास्टर उखड़ चुका है और गलियारों में अब प्रशिक्षुओं की चहल-पहल नहीं बल्कि टूटी-फूटी इमारत की तस्वीरें दिखाई देती हैं।
स्थानीय लोगों और प्रशिक्षुओं का कहना है कि किसी भी समय यहां बड़ा हादसा हो सकता है। इसके बावजूद अब तक सरकार की ओर से मरम्मत और जीर्णोद्धार की दिशा में कोई ठोस कदम नज़र नहीं आया है।
अटल बिहारी बाजपेयी क्षेत्रीय जलक्रीड़ा केंद्र, पौंग बांध के प्रभारी राकेश वालिया का कहना है कि भवन की हालत को सुधारने के लिए एक करोड़ साठ लाख रुपए स्वीकृत कर दिए गए हैं। यह राशि हिमुडा एजेंसी को जमा करवा दी गई है और एजेंसी ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस माह के अंत तक मरम्मत कार्य शुरू कर दिया जाएगा।