रेखा चंदेल/झंडूता। जिला बिलासपुर का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झंडूता आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बन गया है। इस स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों, स्टाफ नर्स और अन्य स्टाफ के पदों में बढ़ोतरी हुई है। वहीं, यहां पर स्वास्थ्य केंद्र की अपनी प्रयोगशाला में मरीजों के खून के नमूनों की जांच का कार्य भी शुरू हो गया है।
खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर परविंदर ने एक औपचारिक बातचीत में बताया कि प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में एक आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाया गया है और उसी तर्ज़ पर झंडूता विधानसभा क्षेत्र में झंडूता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को यह दर्ज़ा दिया गया है। उन्होंने बताया कि यह दर्जा मिलने के बाद इस संस्थान में पहले जहां चार डॉक्टर और एक खंड चिकित्सा अधिकारी का पद होता था, वहीं अब डॉक्टरों के 6 और पद बढ़ने से यह संख्या दस हो गई है और स्टाफ नर्स के पहले जहां 6 पद स्वीकृत थे अब आठ और पदों की बढ़ोतरी के साथ कुल चौदह पद हो गए हैं।
उनके अनुसार स्वास्थ्य केंद्र के परिसर में ही ब्लाक पब्लिक हेल्थ यूनिट नाम से एक ईमारत बनाई गई है और स्वास्थ्य केंद्र की अपनी प्रयोगशाला को इस भवन में स्थानांतरित किया गया है और यहां पर मरीजों के खून की सभी तरह की जांच की जा रही है। जो जांचें पहले कृष्णा प्रयोगशाला में की जाती थी वे सभी यहां पर मरीजों के लिए मुफ्त उपलब्ध हैं और साथ ही ये जांचे कृष्णा प्रयोगशाला में भी जारी हैं।
टीबी रोग के मरीजों की जांच के लिए यहां पर एक आधुनिक मशीन को स्थापित किया गया है, जिसकी कीमत लगभग अठारह लाख रुपए है और यह मशीन इस केंद्र को किसी संस्था के द्वारा दान की गई है। जब उनसे अल्ट्रासाउंड और अन्य जांच की मशीनों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि भविष्य में ये सभी सुविधाएं यहां उपलब्ध होंगी।
साथ ही यहां पर एक आई तकनीशियन का पद भी काफी अरसे से खाली चल रहा है, जिसके बारे में विभाग को अवगत करवाया गया है, लेकिन एक आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बन जाने के बाद भी डॉक्टरों के कुल दस स्वीकृत पदों में से सिर्फ दो पद ही वर्तमान में भरे हुए हैं और उनमें से भी एक महिला डॉक्टर मातृत्व अवकाश पर चल रही हैं।
इस स्थिति में स्वास्थ्य केंद्र में रात्रि सेवाओं के लिए डॉक्टरों की कमी खल रही है और इस स्वास्थ्य केंद्र के अधीन आने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति करके काम चलाया जा रहा है। उम्मीद की जाती है कि यह स्वास्थ्य केंद्र सिर्फ कहने को ही आदर्श नहीं रहेगा, शीघ्र ही यहां पर सभी पद भरे जाएंगे और सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।