रेखा चंदेल/झंडूता। उपमंडल झंडूता में वन संरक्षण और प्रबंधन को मजबूत करने के लिए वन विभाग ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। वन परिक्षेत्र अधिकारी देशराज संख्यान ने बताया कि झंडूता और कलोल क्षेत्र में कार्यरत 22 वन मित्रों की पांच दिवसीय ट्रेनिंग एक मई 2025 से शुरू हो गई है, जो 5 मई तक चलेगी।
इस प्रशिक्षण का उद्देश्य वन मित्रों को वन संरक्षण, पौधरोपण और वन्य जीवन की सुरक्षा के लिए आवश्यक कौशल से लेस करना है। रेंज आफिसर झंडूता देशराज संख्यान ने बताया कि झंडूता की 12 बीटों के लिए 12 वन मित्रों को नियुक्ति पत्र जारी किए गए थे, लेकिन एक वन मित्र ने जॉइन नहीं किया।
वर्तमान में झंडूता में 11 और कलोल में 11, कुल 22 वन मित्र कार्यरत हैं। यह प्रशिक्षण इन सभी वन मित्रों के लिए आयोजित किया जा रहा है, ताकि वे वन विभाग के कार्यों को और प्रभावी ढंग से अंजाम दे सकें।
पांच दिन तक चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में वन मित्रों को वन विभाग के विभिन्न कार्यों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। इसमें जंगलों में पेड़-पौधों की सही तरीके से रोपाई और उनकी देखभाल, जंगलों में लगने वाली आग को रोकने और बुझाने की आधुनिक तकनीकें, जंगल में रहने वाले वन्य जीवों की सुरक्षा और उनके आवास को संरक्षित करने के उपायों के बारे में बताया जाएगा।
वन मित्रों को यह प्रशिक्षण जंगलों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए जागरूक और सक्षम बनाएगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल वन मित्रों की कार्यक्षमता को बढ़ाएगा, बल्कि झंडूता और कलोल क्षेत्र में वन संरक्षण के प्रति जागरूकता भी फैलाएगा।