Breaking News

  • शिमला से कांगड़ा स्थानांतरित होगा एचपीटीडीसी का हेड ऑफिस : आरएस बाली
  • HPTDC का रिकॉर्ड : पहली बार हासिल किया 100 करोड़ रुपए से अधिक का टर्नओवर
  • मंडी : युवाओं को नौकरी का मौका, 6 मई से शुरू हो रहे साक्षात्कार
  • गर्मियों में जनता को मिले भरपूर पानी, किसी भी क्षेत्र में न हो जल संकट
  • हिमाचल कैबिनेट की आगामी बैठक की तिथि तय, इस दिन होगी
  • ऊना : स्कॉर्पियो में आए गुंडे, तलवार और डंडों से किया व्यक्ति पर हमला
  • हरियाणा में सड़क हादसा : हिमाचल के तीन युवकों की गई जान, दो गंभीर
  • ALERT : ब्यास नदी के पास न जाएं, पंडोह डैम से छोड़ा जा सकता है पानी
  • चूड़धार में लापता चंडीगढ़ के दोनों पर्यटक रेस्क्यू, सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए
  • धर्मशाला ट्रांसफर हों किराए के मकानों में चल रहे सरकारी कार्यालय

शिमला से कांगड़ा स्थानांतरित होगा एचपीटीडीसी का हेड ऑफिस : आरएस बाली

ewn24 news choice of himachal 30 Apr,2025 7:41 pm


    रिटायर्ड कर्मचारियों को सम्मान, 41 करोड़ के पेंडिंग लाभ वितरित


    शिमला। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के हेड ऑफिस को राजधानी शिमला से जिला कांगड़ा स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया है। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन रघुवीर सिंह बाली ने आज एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए ये बात कही।


    मंडी : युवाओं को नौकरी का मौका, 6 मई से शुरू हो रहे साक्षात्कार



    उन्होंने बताया कि 1972 से एचपीटीडीसी का हेड ऑफिस शिमला के मॉल रोड स्थित एक किराए की बिल्डिंग में चल रहा है। वर्षों से हमें उसे खाली करने के नोटिस मिल रहे थे। 

    साथ ही, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल घोषित किया है इसलिए, आज बीओडी (बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स) की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि एचपीटीडीसी का हेड ऑफिस अब कांगड़ा जिला में स्थानांतरित किया जाए।


    हिमाचल कैबिनेट की आगामी बैठक की तिथि तय, इस दिन होगी


    78 करोड़ से 109 करोड़ तक का सफर


    आरएस बाली ने बताया कि जब उन्होंने कामकाज शुरू किया था, तब एचपीटीडीसी की कुल टर्नओवर 78 करोड़ रुपये थी। ठोस कदम उठाते हुए खर्चों में कटौती की, राजस्व स्रोतों को मजबूत किया और अपने होटलों की सेवाओं को बेहतर बनाया। 

    परिणामस्वरूप, पहले वित्तीय वर्ष में निगम 109 करोड़ रुपये तक पहुंचा और दूसरे वर्ष में भी हमने 107 करोड़ रुपए की टर्नओवर दर्ज की। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ आंकड़े नहीं हैं, यह उस मेहनत का प्रमाण है जो विभाग, कर्मचारियों और नीतिगत फैसलों में दिखता है।


    हरियाणा में सड़क हादसा : हिमाचल के तीन युवकों की गई जान, दो गंभीर



    हेड ऑफिस शिफ्ट करने का मतलब है कि निगम के आला अधिकारी जिसमें एमडी, जीएम, डीजीएम, सारा ऑफिस स्टाफ धर्मशाला में कार्यरत होगा। इसके लिए भवनों की आवश्यकता होगी जिसके लिए कुछ नई इमारतों को चिन्हित किया गया है। धर्मशाला की नगर निगम ने भी खाली सरकारी भवनों की पेशकश की है, जिन्हें हम इवैल्यूएट करेंगे।

    प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद ऐतिहासिक टर्नओवर


    हिमाचल एक पहाड़ी राज्य है और यहां बारिश, बर्फबारी, भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाएं आम हैं। जब "बदल फटते हैं", तो सबसे पहले पर्यटन क्षेत्र ही प्रभावित होता है। इसके बावजूद एचपीटीडीसी ने ऐतिहासिक टर्नओवर प्राप्त किया है जोकि यह दर्शाता है कि हमने संकट में भी अपने प्रयासों में कोई कमी नहीं छोड़ी। 

    उन्होंने इस निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह सिर्फ स्थानांतरण नहीं, हिमाचल के भविष्य की दिशा तय करने वाला कदम है। यह स्थानांतरण केवल भवन परिवर्तन नहीं, बल्कि पर्यटन विभाग की रणनीतिक विकेन्द्रीकरण का प्रतीक है। हिमाचल भवन (दिल्ली-चंडीगढ़), काजा-कल्पासे लेकर निचले क्षेत्रों तक फैले होटल और हजारों कर्मचारियों का प्रशासन अब धर्मशाला से संचालित होगा।


    ऊना : स्कॉर्पियो में आए गुंडे, तलवार और डंडों से किया व्यक्ति पर हमला



    बाली ने कहा कि इस निर्णय से शिमला शहर में भीड़भाड़ कम होगी और शहर पर बोझ भी घटेगा। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री के जिला कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने के संकल्प में भी यह निर्णय एक मिल का पत्थर साबित होगा।

    उन्होंने बताया कि निगम में वर्षों से पेंडिंग पड़े रिटायर्ड कर्मचारियों के लाभों को प्राथमिकता देते हुए 41 करोड़ रुपये की राशि बीते दो वर्षों में वितरित की। यह न केवल वित्तीय दायित्व की पूर्ति है, बल्कि हमारे वरिष्ठजनों के प्रति सम्मान भी है।


    चूड़धार में लापता चंडीगढ़ के दोनों पर्यटक रेस्क्यू, सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए



    बंद पड़े होटलों में फिर से शुरू करने के होंगे प्रयास


    उन्होंने बताया कि निगम के तहत 56 होटल हैं, जिनमें से कई वर्षों से बंद पड़े थे या उन्हें मरम्मत की ज़रूरत थी। हमने एडीबी (एशियन डेवलपमेंट बैंक) फंडिंग के तहत रेनोवेशन की प्रक्रिया शुरू की है। कई होटलों के टेंडर पहले ही जारी कर दिए गए हैं। कुछ होटल्स की फिज़िबिलिटी जांच और रोडमैप तैयार करने के लिए कंसल्टेंट की नियुक्ति की जा रही है।

    उन्होंने कहा कि करोड़ों की लागत से बने कई प्रोजेक्ट जैसे माता का बाग (कांगड़ा), बीड़-बिलिंग इंस्टीट्यूट, आर्ट एंड कल्चर विलेज इत्यादि, सालों से बंद पड़े हैं जिनमें सरकार का पैसा लगा है और अब एचपीटीडीसी इन्हें फिर से शुरू करने जा रहा है। ये प्रॉपर्टीज़ हमारी संपत्ति हैं और इन्हें खंडहर नहीं बनने दिया जाएगा।



    हिमाचल से जुड़ी हर बड़ी खबर पाएं अपने फोन पर, जुड़िए हमारे WhatsApp ग्रुप के साथ 




    HP Police Service के भरे जाएंगे दो पद, डिटेल में जानने को पढ़ें खबर



    हिमाचल : वन मित्रों के लिए प्रशिक्षण मैनुअल जारी, 1 से 5 मई तक ट्रेनिंग 



    नूरपुर : फोरलेन कंपनी में कार्यरत व्यक्ति की गई जान-5 घंटे से NH जाम 



    धर्मशाला ट्रांसफर हों किराए के मकानों में चल रहे सरकारी कार्यालय



Himachal Latest

Live video

Jobs/Career

Trending News

  • Crime

  • Accident

  • Politics

  • Education

  • Exam

  • Weather