पहलगाम। कश्मीर के पहलगाम के पास बैसरन में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस हमले में 26 पर्यटकों समेत कुल 28 लोग मारे गए। मरने वालों में यूएई और नेपाल के दो विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। लश्कर-ए-तैयबा के एक गुट रेजिस्टेंस फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
इस हमले में कई लोगों ने भाग कर जान बचाई। जान बचाने वालों में एक शख्स ऐसे भी हैं जिनके सिर पर आतंकी ने बंदूक रख दी थी लेकिन फिर भी वह बाल-बाल बच गए। उन्होंने कलमा पढ़कर अपनी जान बचा ली। पूरा मामला क्या है आपको बताते हैं विस्तार से ...
प्रोफेसर देबाशीष भट्टाचार्य असम यूनिवर्सिटी में बंगाली पढ़ाते हैं। उन्होंने बताया वह अपने परिवार के साथ एक पेड़ के नीचे सो रहे थे तभी उन्होंने आसपास के लोगों को कलमा पढ़ते हुए सुना। उन्हे भी कलमा पढ़ना आता था। वह स्थिति को भांपते हुए तुरंत बिना सोचे समझे कलमा पढ़ने लगे।
उसी समय एक आतंकी आया, जो कि फौजी कपड़े पहने हुए था। उनकी तरफ आते ही आतंकी ने उनके बगल में लेटे हुए एक आदमी को गोली मार दी। फिर आतंकी ने भट्टाचार्य की तरफ देखा और पूछा कि क्या कर रहे हो? इस पर उन्होंने और जोर से कलमा पढ़ना शुरू कर दिया। इसके बाद वह मुड़ गया और चला गया।
प्रोफेसर ने मौके का फायदा उठाया और अपनी पत्नी और बेटे के साथ वहां से भाग गए। उन्होंने बताया कि हम पहाड़ी पर चढ़े। एक बाड़ पार की और लगभग दो घंटे तक घोड़ों के खुरों के निशान को देखते हुए आगे बढ़ते रहे। आखिरकार, हमें एक घोड़े पर सवार आदमी मिला और हम अपने होटल वापस पहुंचने में सफल रहे। प्रोफेसर भट्टाचार्य ने कहा कि मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि मैं जिंदा हूं।
जांच में पता चला है कि आतंकियों ने पहले लोगों को इकट्ठा किया। फिर उन्होंने पुरुषों और महिलाओं को अलग-अलग किया और उनकी पहचान की। कुछ लोगों को स्नाइपर की तरह दूर से गोली मारी गई। कई लोग खून बहने से मर गए।
हमलावरों ने ऐसी जगह चुनी थी जहां बचाव दल को पहुंचने में देर लगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग मारे जा सकें। हमले के बाद सुरक्षा बलों ने आतंकियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया। चिनार कॉर्प्स ने कहा कि हम हमलावरों को पकड़ने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं।
इस घटना से पूरे देश में शोक की लहर है। सरकार ने मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का ऐलान किया है। जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सुरक्षा बल लगातार इलाके में गश्त कर रहे हैं।
हमले के बाद सरकार ने पर्यटकों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। कश्मीर में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और अफवाहों पर ध्यान न दें।