शिमला। राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ हिमाचल शाखा ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। संघ ने आज धरने के दूसरे दिन
सचिवालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। संघ ने सरकार को चेतावनी दी है कि वह आज से सचिवालय के बाहर धरने पर बैठ रहे हैं और मांगें न माने जाने पर धरना
आमरण अनशन में बदल जाएगा। बीते कल संघ ने मांगों को लेकर डीसी ऑफिस के बाहर धरना दिया था।
राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ के
हिमाचल प्रदेश के सचिव मुकेश कुमार ने कहा कि सरकार ने बैकलॉग से भर्तियों का फैसला लिया है, लेकिन यह त्रुटिपूर्ण है। सरकार को
रोजगार मेला लगाकर सभी को रोजगार देना चाहिए। जिनकी आयु 35 वर्ष हो गई है व गरीब असहाय की आयु में रिलैक्सेशन की अधिसूचना जारी कर दी गई है, लेकिन इसे लागू नहीं किया गया है। सरकार को चाहिए की इसे जल्द लागू करे।
उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति की उम्र पूर्व भाजपा सरकार ने 60 से 58 कर दी थी, जबकि पूर्व वीरभद्र सरकार में इसे बढ़ाया गया था। अब सरकार से मांग है कि इसे फिर से 60 वर्ष किया जाए। दृष्टिहीन काफी लंबे समय से अपनी मांग को लेकर सरकार के पास जा रहे हैं, लेकिन अभी तक इनकी मांग मानी नहीं गई हैं।