नगरोटा बगवां डबल मर्डर : वाया लंज, नूरपुर दिल्ली भागा था आरोपी, गोवा, मथुरा भी रहा
ewn24news choice of himachal 27 Nov,2023 12:59 pm
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से जब्त की थी गाड़ी
नगरोटा बगवां। हिमाचल के कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां डबल मर्डर केस के आरोपी ने वारदात के 24 दिन बाद एसपी ऑफिस कांगड़ा एट धर्मशाला में सरेंडर कर दिया। पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि बड़े भाई और भाभी की गोली मारकर हत्या करने के बाद आरोपी दीपक कुमार दो नवंबर को अपनी गाड़ी में रानीताल वाया लंज नूरपुर होते दिल्ली के लिए फरार हुआ था। 3 नवंबर को दिल्ली पहुंचा और किसी होटल में रुका।
4 नवंबर को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर गाड़ी पार्क कर टिकट लेकर गोवा चला गया। दो दिन गोवा में रुकने के बाद फिर दिल्ली वापस आ गया। इसी बीच मामले की जांच को डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा और एसएचओ कांगड़ा की अगुवाई में गठित एसआईटी ने आरोपी की गाड़ी को ट्रैक कर उसे रेलवे स्टेशन से जब्त कर लिया था।
आरोपी जब नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा तो वहां गाड़ी नहीं थी। उसने लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि गाड़ी को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। जैसे ही उसे पुलिस द्वारा गाड़ी कब्जे में लेने की बात पता चली तो वह इसके बाद मथुरा भाग गया।
इस दौरान वह जयपुर, अंबाला, नोएडा और चंडीगढ़ भी रहा।आरोपी को पुलिस का इतना डर हो गया था कि कहीं भी पुलिस को देखता था तो भाग जाता था। इस दौरान आरोपी ने अपने परिवार से संपर्क करने की कोशिश भी की।
उसने नोएडा से चिट्ठी भी भेजी, जोकि पुलिस के हाथ लगी। साथ ही घरवालों के फोन नंबर पर भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन फोन बंद आए। इससे आरोपी डर गया कि उसका परिवार मुसीबत में है।
परिवार से संपर्क नहीं हो पाने से प्रेशर में आकर आरोपी ने परिवार की खातिर सरेंडर कर दिया। आरोपी ने चंडीगढ़ से जम्मू रूट वाली बस ली और मुकेरियां उतरा। मुकेरियां से टैक्सी लेकर धर्मशाला पहुंचा और एसपी ऑफिस में सरेंडर किया। एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने आरोपी के सरेंडर करने की पुष्टि की है।
बता दें कि नगरोटा बगवां पुलिस स्टेशन के तहत जसौर भेड़ू टीका में छोटे भाई दीपक कुमार (45) ने अपने बड़े भाई विपिन कुमार (54) और भाभी रमा देवी (46) की गोली मारकर हत्या कर दी। विपिन कुमार जमानाबाद स्कूल में लेक्चरर पद पर कार्यरत थे, जबकि उसकी पत्नी गृहिणी थी।
आरोपी भी स्कूल चलाता है। मामला दो नवंबर (वीरवार) दोपहर दो बजे के बाद का है। इस वक्त दोनों पति-पत्नी (विपन और रमा) दिन में घर पर थे। आरोपी दीपक बंदूक लेकर उनके घर पहुंचा। घर के पिछली तरफ के आंगन में उसने दोनों पर गोली दाग दी।
एक गोली बड़े भाई विपन के सिर पर लगी और दूसरी भाभी के गले में लगी। गोली लगने से दोनों आंगन में गिर गए और दोनों ने दम तोड़ दिया। घटना के समय विपिन की गोद ली दोनों बेटियां घर पर थीं।
वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। मामले की सूचना मिलने के बाद नगरोटा बगवां पुलिस स्टेशन से टीम मौके पर पहुंची। शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।
आरोपी की पत्नी और बेटी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। डबल मर्डर केस में फरार आरोपी दीपक कुमार की पत्नी मान्या कुमारी व बेटी कविता कुमारी को गिरफ्तार कर कांगड़ा में न्यायाधीश शिवांगी जोशी की अदालत में पेश किया गया था।
पूछताछ के दौरान कई खुलासे भी हुए थे जैसे कि हत्याकांड से पहले हुई बहस और झगड़े की पल-पल की जानकारी आरोपी की बेटी अपने पिता को दे रही थी।
वारदात को अंजाम देने से पहले दोनों ही परिवारों में बहस हुई थी, वहीं हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी पत्नी, बेटी और अपने पिता को कार में बैठाकर 53 मील में छोड़कर फरार हुआ था।
पुलिस पूछताछ में मां-बेटी ने बताया है कि हत्याकांड से पहले दोनों ही परिवारों में बहस हुई थी। दोनों ही परिवारों में पार्किंग के लिए बनाए गए शेड को लेकर विवाद चल रहा था। इस दौरान छोटा भाई, उसकी पत्नी और बेटी एक साथ घर पर पहुंचे थे। छोटा भाई पत्नी और बेटी को वहां छोड़ कर खुद कहीं और चला गया था।
बहस की पूरी जानकारी उसकी बेटी उसे मोबाइल फोन पर दे रही थी। वारदात वाले घर में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए थे, लेकिन घटना से कुछ देर पहले उन्हें भी बंद कर दिया गया था।
आरोपी छोटा भाई अपने घर से बंदूक निकाल कर लाया था और उसने उससे करीब पांच फायर किए थे, जिनमें से दो भाई और तीन भाभी को लगे थे, जबकि एक गोली बंदूक में ही थी।
आरोपी दीपक की पत्नी मान्या कुमारी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त 12 बोर की बंदूक आरोपी के जसौर स्थित पुश्तैनी घर से बरामद की गई है बंदूक के अंदर जो खोल मिला वह भी उसी कंपनी का पाया गया जो खोल पुलिस ने वारदात वाले दिन घटनास्थल से कब्जे में लिया था। इससे ये स्पष्ट हो गया है कि इसी बंदूक से आरोपी ने गोली चलाई थी। (नगरोटा बगवां)