शिमला। आईजीएमसी (IGMC) अस्पताल में अब इमरजेंसी विभाग को न्यू बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया है। ट्रॉमा सेंटर के साथ इमरजेंसी विभाग में भी सेवाएं शुरू कर दी गई हैं।
बुधवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इमरजेंसी विभाग और ट्रॉमा सेंटर का शुभारंभ किया था। वहीं, गुरुवार से इसे शुरू कर दिया है। पुरानी बिल्डिंग में 18 वर्ष से कम आयु के लिए मेडिकल आपातकालीन सेवाएं पहले की तरह ब्लॉक-बी, चौथी मंजिल, बाल चिकित्सा विभाग (Paediatrics Medicine Department) में ही दी जाएगी।
ट्रॉमा/दुर्घटना से संबंधित 18 वर्ष से कम उम्र के मरीजों को आपातकालीन सेवा नए Emergency & Trauma Block में ही उपलब्ध होगी ।
विभागाध्यक्ष डॉ मोहन जरेट ने कहा कि केजुअल्टी विभाग को लेकर WHO की नई गाइडलाइन जारी की गई है और पहले केजुअल्टी विभाग होता था लेकिन अब इंटीग्रेटेड इमरजेंसी ट्रोमा केयर सेंटर होगा इसमें आज से ही सेवाएं शुरू कर दी गई हैं। इसमें सेवाओं के साथ-साथ एकेडमिक कोर्स शुरू किए जाएंगे और आज से आपातकाल सेवाएं न्यू ब्लॉक में शुरू हो जाएंगी।
आईजीएमसी के एमएस डॉ राहुल राव ने कहा कि बीते दिन ब्लॉक का शुभारंभ सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा किया गया। इस आपातकालीन एवं ट्रॉमा ब्लॉक में मरीजों के लिए 110 बिस्तरों का प्रावधान किया गया है। इसके साथ-साथ आपातकालीन ऑपरेशन थियेटर, आईसीयू, बर्न वार्ड तथा स्पेशल वार्ड का भी इसी ब्लॉक में अलग से प्रावधान किया गया है।
इस ब्लॉक में सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड तथा एक्स-रे सुविधाओं का प्रावधान किया गया है, जो कि मरीजों को आने वाले समय में लाभान्वित करेगा। 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी मरीजों को हर प्रकार की आपातकालीन सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
18 वर्ष से अधिक आयु वालों की मेडिकल आपातकालीन सेवाएं पहले की तरह ब्लॉक-बी, चौथी मंजिल, बाल चिकित्सा विभाग (Paediatrics Medicine Department) में ही दी जाएंगी। ट्रॉमा/दुर्घटना से संबंधित 18 वर्ष से कम उम्र के मरीजों को आपातकालीन सेवा नए इमरजेंसी और ट्रॉमा ब्लॉक में ही उपलब्ध होंगी।