शिमला। राजधानी शिमला के ऐतिहासिक हनुमान मंदिर जाखू में दशहरे के मौके पर रावण के 45 फीट ऊंचे पुतले का दहन होगा। वहीं, मेघनाद का 40 और कुंभकरण का 35 फीट ऊंचा पुतला होगा। इससे पहले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र आतिशबाजी रहेगी।
खास बात यह है कि इस हिंदू पर्व के लिए यूपी के शाहनवाज द्वारा पुतलों का निर्माण कार्य किया जा रहा है। वहीं, प्रशासन की ओर से मंदिर में दशहरे की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जाखू मंदिर को सजाया जा रहा है। इसके साथ ही गेंदे के फूलों से मंदिर की भव्य सजावट की जा रही है।
दशहरा 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा। दशहरा के मौके पर सुबह 4 बजे मंदिर कपाट खुल जाएंगे। पूजा- अर्चना के बाद हवन होगा। सुबह 7 बजे श्रद्धालुओं के लिए भंडारा लगाया जाएगा। शाम 5:30 बजे पूजा-अर्चना के बाद रावण दहन होगा।
वहीं, दशहरे पर 12 अक्टूबर को हनुमान मंदिर जाखू के लिए एचआरटीसी की स्पेशल टैक्सियां चलाई जाएंगी। शहर और उपनगरों से निगम की 14 टैक्सियों की लोगों को सुविधा मिलेगी। छोटा शिमला, लक्कड़ बाजार, पुराना बस अड्डा, ढली टनल, हाईकोर्ट, संजौली, टॉलैंड, रिटीज से सुबह 9 बजे से टैक्सियां चलेंगी। देर शाम तक लोगों को टैक्सियों की सुविधा रहेगी।
यूपी से आए कारीगर शाहनवाज ने कहा कि 25 वर्ष से वह इस कार्य से जुड़े हैं। शिमला में गत 18 वर्ष से आ रहे हैं। शिमला के जाखू मंदिर और संकट मोचन में वह पुतलों का निर्माण कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस दशहरे पर पुतला दहन के साथ आतिशबाजी का कार्यक्रम मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगा। रिमोट के द्वारा ही इस वर्ष भी पुतला दहन किया जाएगा। इस बार रावण का पुतला 45 फीट, कुंभकर्ण का 40 फीट व मेघनाद का पुतला 35 फीट का बनाया जा रहा है।