शिमला। हिमाचल प्रदेश में बुधवार को राहत की फुहार बरसी और मौसम कूल-कूल हो गया है। प्रदेश में मौसम बदलते ही भीषण गर्मी से बड़ी राहत मिली है।
राजधानी शिमला समेत प्रदेश के कुछ जिलों किन्नौर, कुल्लू, चंबा, सोलन और कांगड़ा के कई क्षेत्रों में झमाझम बारिश हुई है। जिला कुल्लू के दलाश, कांगड़ा के पालमपुर और बैजनाथ में भारी ओलावृष्टि भी हुई। वहीं, लाहौल-स्पीति और चंबा की चोटियों पर बर्फबारी हुई है।
बारिश से जिला सोलन के किसानों के चेहरे जहां खिल उठे हैं। वहीं, दलाश, पालमपुर और बैजनाथ में ओलावृष्टि से सेब और अन्य नकदी फसलों को नुकसान हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से वीरवार और शुक्रवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश और अंधड़ का पूर्वानुमान जताया है। 8 जून से प्रदेशभर में मौसम साफ रहने की संभावना है।
दोपहर को मौसम ने करवट ली और रोहतांग दर्रा के अलावा शिंकुला, बारालाचा, कुंजम दर्रा व चंबा जिले के भरमौर की ऊपरी चोटियों कुगति, चौबिया, तुंद्रा में बर्फबारी हुई। इसके अलावा जिला कुल्लू के निचले इलाकों, चंबा में मूसलाधार बारिश हुई।
बारिश और अंधड़ के चलते एक पेड़ भरमौर-पठानकोट मार्ग पर गिरने से बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त होकर हाईवे पर आ गिरीं। इस दौरान यहां से होकर गुजरने वाले दो बाइक और एक कार हाईवे पर फिसल गए। किन्नौर के रिकांगपिओ, भावानगर, टापरी, सांगला, रोघी, कल्पा, भावावैली, निचार और कल्पा खंड में बारिश हुई।
रामपुर उपमंडल में भी बारिश का सिलसिला शाम तक जारी रहा। सोलन के कई क्षेत्रों में भी बुधवार शाम को करीब एक घंटा झमाझम बारिश हुई। बारिश से किसानों के चेहरों पर रौनक आ गई है।
टमाटर, शिमला मिर्च समेत अन्य सब्जियों के साथ फलदार पौधों के लिए बारिश लाभदायक है। धर्मशाला, बैजनाथ और पालमपुर में भी बारिश हुई।